एसीबी ने किया बीएमसी उप अभियंता को किया गिरफ्तार

मुंबई : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने उप अभियंता (रखरखाव) अतिरिक्त प्रभार सहायक अभियंता सुनील हरि भारंबे को गिरफ्तार किया है। अधिकारी बीएमसी ए वार्ड में कार्यरत हैं और रेस्टोरेंट कैफे का परमिशन लेने के लिए अर्जी दी थी। जिसके लिए आरोपी द्वारा शिकायतकर्ता की दफ्तर में बुलाया गया। जहां उनके दुकान में अवैध कार्य हुआ था। जिससे जुड़ी शिकायत उनके पास आई थी। इसी शिकायत को रद्द करने के लिए पैसे मांगे थे। एसीबी ने आरोपी को दो लाख की रिश्वत लेते पकड़ा है।
एसीबी से मिली जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता लाइजेनर के तौर पर काम करते हैं। चर्चगेट में ला फ्यूम कैफे और हुक्का पार्लर के मालिक का सारा कामकाज शिकायतकर्ता देखते हैं। एसीबी में दी गई शिकायत के मुताबिक, 26 अप्रैल को बीएमसी ए वार्ड के दो कर्मचारी ला फ्यूम कैफे और हुक्का पार्लर में आए, उन्होंने जगह देखी और इस दुकान का सारा काम देखने वाले सुनील भार्बे को आकर अधिकारी से मिलने के लिए कहा गया।
संदेश मिलने के बाद दुकान के मालिक ने भारंबे को फोन किया और उनसे मिलने उनके कार्यालय गए। जब वे भारंबे के कार्यालय में उससे मिलने गए तो उसने उससे कहा कि तुमने अपनी दुकान के अंदर अवैध रूप से पोट महला बना रखा है जिसकी शिकायत मुझे मिली है। अगर आप उस अवैध पोट महला पर कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं तो आपको मुझे पांच लाख देने होंगे। शिकायतकर्ता ने जब पांच देने में असमर्थता दिखाई तो भारंबे ने तीन लाख रुपये में मामला सुलझाना चाहा।
भारंबे ने शिकायतकर्ता से तीन लाख रुपये की मांग की थी लेकिन सौदेबाजी करके दो लाख में मामले को निपटाने पर सहमत हुए। लेकिन शिकायतकर्ता को रिश्वत नहीं देनी थी। इसलिए उन्होंने एसीबी की मुंबई के कार्यालय में जाकर लिखित शिकायत दी। शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर, सुनील भारंबे को एसीबी अधिकारियों ने शनिवार को चर्चगेट स्टेशन के पास दो लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर सुनील भारंबे की जांच की जा रही है। ()