दिवाली पर ऑनलाइन शॉपिंग के खिलाफ व्यापारियों ने चलाया अभियान, बताई डिस्काउंट-ऑफर की सच्चाई

मुंबई, दिवाली के त्योहार के दौरान मुंबई के व्यापारी संगठनों ने ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ अभियान शुरू किया है और “वोकल फॉर लोकल” के तहत लोगों से दुकानों से सामान खरीदने की अपील की है. मुंबई में फेडरेशन ऑफ मुंबई रिटेल क्लॉथ डीलर्स एसोसिएशन और ऑल इंडिया इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी संघ ने दिवाली के त्योहार के दौरान हो रही ऑनलाइन शॉपिंग के खिलाफ अभियान शुरू किया है और डिस्काउंट-ऑफर की सच्चाई बताई है. संगठन का कहना है कि ऑनलाइन में लोगों को डिस्काउंट और ऑफर देकर बेवकूफ बनाया जाता है, हालांकि डिस्काउंट-ऑफर की असलियत ये है कि इसमें सामानों की क्वालिटी में फर्क होता है. व्यापारियों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान जब ऑनलाइन शॉपिंग बंद थी तब नागरिकों तक घर का सामान और अन्य वस्तुएं नजदीकी किराना की दुकानें पहुंचाती थी.
व्यापारियों ने लोगों से की अपील-दुकानों से खरीदें सामान
व्यापारियों ने आह्वान किया कि इस बार दो वर्षों के बाद दिवाली का त्योहार लोग धूमधाम से फिर से मनाने जा रहे हैं. कई लोग तो मार्केट से शॉपिंग कर ही रहे हैं लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों की संख्या दुकानों से सामान खरीदने वाले लोगों की संख्या से अधिक है. जैसे कि कपड़ा, मोबाइल फोन, टीवी, डेकोरेशन का सामान, अन्य सामान लोग ऑनलाइन खरीद रहे हैं. मुंबई स्थित व्यापारियों का यह संगठन वोकल फॉर लोकल को प्रोमोट करने का यह अभियान सोशल मीडिया के माध्यम से भी चला रहा है.
ऑनलाइन शॉपिंग के खिलाफ उठाई आवाज
दुकान पर आए कुछ लोग जो दिवाली के मौके पर शॉपिंग करते नजर आए उन्होंने एबीपी न्यूज को बताया कि उन्हें ऑनलाइन शॉपिंग से अधिक दुकान से खरीदना अधिक पसंद है. हरेन मेहता नामक व्यापारी ने वोकल फॉर लोकल के लिए आवाज उठाई है. उनका कहना हैं कि ऑनलाइन में लोगों को डिस्काउंट और ऑफर देकर कई लोगों बेवकूफ बनाया जाता है. हालांकि असलियत में ऐसा नहीं होता है. असलियत में क्वालिटी का फर्क होता है.