फर्जी जीएसटी के जरिए करोड़ो रुपए की हेराफेरी करने वाला गिरफ्तार…

भिवंडी: फर्जी कंपनियों के नाम पर जीएसटी नंबर बनाकर 23 करोड़ रुपए का एडवांस टैक्स रिफंड हासिल करने और 132 करोड़ रुपए के चालान बनाने के अपराध के मास्टरमाइंड हसमुख पटेल को भिवंडी आयुक्त कार्यालय के टैक्स चोरी रोकथाम करने वाली टीम ने गिरफ्तार किया है।

जीएसटी कार्यालय के सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भिवंडी कमिश्नरी में एंटी टैक्स चोरी दस्ते के अधिकारी विभिन्न फर्जी कंपनियों जैसे मेसर्स मेकटेक स्टील ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स यूजीएसके ट्रेडर्स, मेसर्स वर्ल्ड इंटरप्राइजेज मैं सर्च रोलेक्स इंटरप्राइजेज मैसर्स एचएचटी इंटरप्राइजेज, मैसर्स यश इंटरप्राइजेज कंपनी की जांच कर रहे थे ।जिनके पते भिवंडी शहर में पंजीकृत हैं। जांच में इन कंपनियों और हसमुख पटेल के बीच प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संबंधों का पता चला।

फर्जी कंपनियों का एक नेटवर्क बनाया गुप्त सूचना के आधार पर जीएसटी आयुक्तालय की एक टीम ने हसमुख पटेल की ओर जांच का अपना रुख किया। जांच से पता चला कि आरोपी हसमुख पटेल ने कथित तौर पर फर्जी कंपनियों का एक नेटवर्क बनाया, जिसके जरिए 132 करोड़ रुपए के फर्जी चालान किए और बिना किसी सामान और सेवाओं की आपूर्ति किए 23 करोड़ 16 लाख रुपए के फर्जी टैक्स रिफंड का फायदा उठाया।

जांच के आधार पर हसमुख पटेल को केंद्रीय जीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 132, 69 के तहत गिरफ्तार किया गया और 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अब तक 36 फर्जी जीएसटी कंपनियां बना चुका है आरोपी आरोपी हसमुख पटेल अब तक 36 फर्जी जीएसटी कंपनियां बना चुका है।

जानकारी सामने आई है कि विभिन्न जीएसटी आयुक्तालयों में फैले नेटवर्क के माध्यम से फर्जी अग्रिम आयकर रिटर्न पारित करने के लिए एक तंत्र स्थापित किया गया है। सेंट्रल जीएसटी मुंबई डिवीजन के तहत फर्जी नेटवर्क के जरिए टैक्स चोरी करने वालों और टैक्स रिफंड के खिलाफ एक विशेष अभियान में पिछले एक साल में भिवंडी कमिश्नरेट द्वारा कर चोरी के आरोप में यह 17वीं गिरफ्तारी है।