6 जून तक अगर आरक्षण नहीं तो विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र पर करेंगे कब्जा

पिंपरी चिंचवड़। मराठा योद्धा मनोज जरांगे पाटिल ने रविवार को पिंपरी चिंचवड़ शहर के दौरे पर अपना आरोप दोहराते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने मराठा समुदाय के साथ धोखाधड़ी की है। इससे मराठा समुदाय में आक्रोश है। लोकसभा चुनाव में मराठा समुदाय अपना गुस्सा जाहिर करेगा। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार बनने की बजाय उम्मीदवार हराने वाला बनें। किसी के भुलावे में न आएं, अपने बच्चों के भविष्य का विचार करें। जो मराठा आरक्षण के खिलाफ हैं, उन्हें सबक सिखाएं और सगे संबंधियों की मांग का समर्थन करनेवालों का साथ दें। अगर राज्य सरकार 6 जून तक हमें आरक्षण नहीं देती है तो वे विधानसभा चुनाव में पूरे महाराष्ट्र पर कब्जा कर लेंगे।लोकसभा चुनाव में महायुति सरकार को भुगतना पड़ेगा खामियाजा अपने दौरे के दौरान मनोज जरांगे पाटिल ने मराठा समुदाय के विभिन्न पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मैं इस चुनाव से अलग हूं क्योंकि मेरे पास कोई राजनीतिक रास्ता नहीं है, और मैंने किसी भी उम्मीदवार को नामांकित नहीं किया है न किसी का समर्थन किया है। हालांकि मराठा समाज ने इस चुनाव को अपने हाथ में लिया है। किसे हराना और किसे जिताना है यह समाज तय करेगा। चूंकि मेरे पास कोई राजनीतिक रास्ता नहीं है, इसलिए मैं मराठा आरक्षण के अपने लक्ष्य पर कायम हूं।
मगर यह सच है कि इस सरकार ने हमें बहुत तकलीफ दी है। उपमुख्यमंत्री ने जिस तरह से झूठे मुकदमे दर्ज कराए और हमें धोखा देने की कोशिश की है, उसका इस चुनाव में उन्हें भारी खामियाजा भुगतना पड़ेगा।यह भी पढ़े -10% आरक्षण लेने को तैयार लेकिन कुल आरक्षण के कोटे से मिले- जरांगे-पाटीलगृह मंत्री ने मुझे किनारे करने की कई कोशिशें कींपिछले सात महीने में मैंने गृह मंत्री और सरकार की किसी भी योजना को सफल नहीं होने दिया, अगर उनकी योजना सफल हो जाती तो कहा जाता कि समाज को एकजुट करनेवाले ने ही खुद समाज को मिट्टी में मिला दिया। जरांगे ने कहा कि मराठा समाज में सरकार के प्रति सौ फीसदी गुस्सा है। वह इस चुनाव में जरूर दिखाई देगा। हमारा रास्ता राजनीतिक नहीं है, हमारे लिए आरक्षण महत्वपूर्ण है। इसलिए हमने कहीं भी कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा किया है और न ही किसी पार्टी का समर्थन किया है। मराठा समाज इस चुनाव को अपने हाथ में लेगा और जिसे भी उखाड़ना होगा उसे जरूर उखाड़ फेंकेगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने मुझे किनारे करने की कई कोशिशें कीं, लेकिन, मैं विचलित नहीं हुआ। इस समय महाराष्ट्र में झूठे मुकदमे दर्ज करने का काम चल रहा है। लालच दिखाकर लोगों को तोड़ा जा रहा है, ये सब सरकार को भारी पड़ेगा। समाज तय करेगा कि किसे चुनना है, लेकिन चुनते वक्त हमारी मां-बहन, भाइयों के शरीर पर जख्मों को नहीं भूलना चाहिए। चाहे महायुति हो या महाविकास आघाड़ी, उन्होंने मराठा समुदाय को कुछ नहीं दिया।