लोगों के लिए जानलेवा ओवर स्पीडिंग की घटनाएं

मुंबई, रफ्तार में कार चलाना लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है, जिस रफ्तार से नए हाई स्पीड कॉरिडोर, खुली चौड़ी सड़कें और नए फ्लाईओवर बनते जा रहे हैं, उसी तरह ओवर स्पीडिंग की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं और यह समस्या सड़क हादसों की एक मुख्य वजह भी बन रही है। दो दिन पहले क्रिकेटर ऋषभ पंत का एक्सीडेंट तेज रफ्तार की वजह से हुआ था। इसके बाद कारों की रफ्तार का मुद्दा इन दिनों फिर से छाया हुआ है। इस बीच केंद्रीय परिवहन विभाग के रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुल सड़क दुर्घटनाओं के मामले में ७१.७ फीसदी हादसे ओवर स्पीडिंग के कारण होते हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि २०२१ में देश में हुई कुल दुर्घटनाओं में ७१.७ प्रतिशत ‘ओवर स्पीडिंग’ की वजह से हैं। केंद्र की रिपोर्ट में सामने आया कि विपरीत दिशा में वाहन चलाना दुर्घटनाओं का एक और अहम कारण है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि २०२० की तुलना में २०२१ में ओवर स्पीडिंग से होनेवाली दुर्घनाओं में ११. ४ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार सड़कों पर इस वक्त करीब १२५ स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन वैâमरे लग चुके हैं, जो २५ से अधिक प्रमुख कॉरिडोर को कवर करते हैं। इनमें ज्यादातर ऐसी सड़कें शामिल हैं, जो बहुत खुली और चौड़ी हैं और जिन पर ओवर स्पीडिंग अधिक होती है।