१८ से ६५ आयु के लोगों में तेजी से बढ़ रहा है मोटापा

मुंबई, खान-पान और जीवनशैली की कुछ बुरी आदतें हिंदुस्थान समेत पूरी दुनिया को मोटापा के जंजाल में पहुंचाने का काम कर रही हैं। युवा पीढ़ी भी इसका तेजी से शिकार हो रहे हैं। इसकी एक वजह कोरोना भी बताई जा रही है, क्योंकि कोरोना आने के बाद से लोग अधिक आलसी हो गए हैं। आलम यह है कि १८ से ६५ आयु के लोगों में मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। मोटापे के हो रहे शिकार लोगों में बैरियाट्रिक सर्जरी का चलन तेजी से बढ़ रहा है।
मोटापा कम करने के लिए लोग बैरियाट्रिक सर्जरी को एक उत्तम पर्याय मान रहे हैं। यही कारण है कि हिंदुस्थान में पिछले पांच सालों में बैरियाट्रिक सर्जरी में तीन गुना, जबकि विश्व में ४ से ९.६ फीसदी की वृद्धि हुई है।
मोटापा एक जटिल विकार है। एक गतिहीन जीवन शैली, शारीरिक गतिविधि की कमी, तनाव, कुछ दवाएं और नुकसानदायक आहार मोटापे का कारण बन रहा है। मोटापा के कारण हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कुछ वैंâसर के जोखिम को बढ़ाता है। उचित आहार और नियमित व्यायाम मोटापा कम करने में काफी मददगार साबित हो सकता हैं।
सायन अस्पताल के बैरियाट्रिक सर्जन डॉ. संजय बोरूडे ने कहा कि वजन घटाने के लिए की जाने वाली बैरियाट्रिक सर्जरी ९०-९५ प्रतिशत सफल होती है। पहले लोग इस सर्जरी को करवाने से डरते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद अब कई लोग यह सर्जरी करने के लिए आगे आते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्थान में साल २०२१ में २२० और साल २०२२ में २८० लोगों ने यह सर्जरी करवाई है।