तेंदुए की खाल की तस्करी करने वाले तीन गिरोह गिरफ्तार

नाशिक : जल्दी दौलत की चाहत युवाओं को अपराध की ओर ले जा रही है। पंद्रह दिनों में जिले से तेंदुए की खाल की तस्करी करने वाले तीन गिरोहों को गिरफ्तार किया गया है। एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि इन अपराधों में कॉलेज के छात्र शामिल हैं। दो छात्रों समेत एक युवक को सोमवार (26) तक के लिए रिमांड पर लिया गया है। जबकि अन्य दो साथियों की तलाश जारी है। पंकज गर्ग, वन संरक्षक, नाशिक पश्चिम, ने वन्यजीव तस्करी पर नकेल कसने के आदेश दिए हैं। इसी के तहत मंगलवार शाम को नाशिक की टीम ने इगतपुरी के बाद कॉलेज रोड इलाके से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इन तीन में से दो कॉलेज के छात्र हैं। तीसरे संदिग्ध की पहचान से उन्हें तेंदुए की खाल और चिंकारा, नीलगाय के सींग मिले हैं, उनकी प्रारंभिक जांच में तस्करी रैकेट का खुलासा हुआ है। हालांकि इन तीनों में से एक का पिता वन कार्यालय में चौकीदार है, इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि वन्य जीवों और अन्य मीडिया की जानकारी से संदिग्धों ने खाल और सींग चुराए हैं, ऐसे में यह पता नहीं चल पाया है कि संदिग्धों ने तेदुए की खाल किससे खरीदी थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि तस्करी करने वालों ने जल्दी धन कमाने के लिए ही इस रास्ते को अपनाया।
कई लोगों खाल बेचने की कोशिश करते हैं गिरफ्तार किए गए तीन संदिग्धों में से एक की उम्र 27 वर्ष है। जबकि अन्य दो की उम्र 20 वर्ष है। जिनमें से एक पुलिसकर्मी का भतीजा माना जा रहा है। 27 वर्षीय संदिग्ध के पिता वन विभाग के एक कार्यालय में चौकीदार हैं। इससे इस अपराध की गंभीरता बढ़ गई है और वन टीम विभाग के भीतर जांच से सुराग निकालने की कोशिश कर रही है। तीनों के मोबाइल से संदिग्ध चैटिंग मिली है। जांच के मुताबिक उसने छह महीने में कई लोगों खाल बेचने की कोशिश की है।