पत्रकार वारिशे की हत्या की होगी एसआईटी जांच!

मुंबई, राजापुर के पत्रकार शशिकांत वारिशे की हत्या का मामला गरमा गया है। राजनेताओं और पत्रकारों की ओर से हो रहे आरोपों तथा आलोचनाओं के बाद राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। इस मामले की एसआईटी जांच की जाएगी, ऐसी घोषणा उपमुखमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की है। फडणवीस ने गृह विभाग को आदेश दिया है कि इस एसआईटी का गठन किसी वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में किया जाए और मामले को फास्ट ट्रैक पर निपटाया जाए।
शिवसेना सांसद विनायक राऊत, रिफाइनरी विरोधी समिति के अध्यक्ष अशोक वालम, नितिन जठार, अमोल बोले, जिला प्रमुख विलास चालके सहित अनेक जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस मोर्चे में शामिल हुए थे। वारीशे के हत्यारों को फांसी होनी ही चाहिए, ऐसी मांग इस मौके पर की गई। कोकण रिफाइनरी रद्द हो, यही वारीशे परिवार के लिए न्याय होगा, ऐसा अशोक वालम ने कहा।
पत्रकार वारिशे की हत्या का षड्यंत्र सिंधुदुर्ग जिला के नियोजन समिति के बैठक में रची गई थी, ऐसा गंभीर आरोप सांसद विनायक राऊत ने किया है। आंबेकर, नारायण राणे, निलेश राणे के साथ था, उनके उकसावे पर आंबेकर ने हत्या का षड्यंत्र रचा, ऐसा सांसद राऊत ने कहा। सिंधुदुर्ग जिला नियोजन समिति की बैठक में भाजपा के केंद्रीय नेताओं, मालवण के सी वर्ल्ड और नाणार रिफाइनरी के विरोध में जाने की हिम्मत मत करो। पुलिस बल का प्रयोग करो, लेकिन परियोजना बनाओ, ऐसा वक्तव्य किया था। इस ओर सांसद राऊत ने ध्यान आकर्षित कराया। आंबेकर रिफायनरी के पैसे पर पाला हुआ गुंडा है। इससे पहले २०२० में राजापुर के कुंभवडे में उसने मनोज मेहेकर नाम के रिफायनरी विरोधी कार्यकर्ता की शरीर पर गाड़ी चढ़ाई थी, ऐसा भी राऊत ने कहा।
प्रतिपक्ष के नेता अजीत पवार ने कल संभाजीनगर में मीडिया से बातचीत करते हुए ईडी सरकार और पुलिस प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। अजीत पवार ने कहा कि जिस तरह से एक पत्रकार की हत्या की गई और उसे हादसा कोकण संभाग में दिखाया गया, इसके पीछे कौन है? इसका मास्टरमाइंड कौन है? ये सब बातें आम जनता के सामने लाओ। सरकार और पुलिस मशीनरी क्या कर रही है? सभी सो रहे हैं क्या? सही स्थिति जनता के समक्ष आनी चाहिए, जब महत्वपूर्ण लोगों के साथ इस तरह की घटनाएं होने लगीं, तो आम लोग किसकी ओर देखें? कानून-व्यवस्था इस राज्य में कैसे रहेगी? इन सभी विषयों का मैं निषेध करता हूं, ऐसा अजीत पवार ने कहा।
पत्रकार वारिशे हत्या मामले के आरोपी आंबेरकर पर मोक्का लगाओ और इस मामले के मास्टरमाइंड को ढूंढ निकालने की मांग को लेकर कल सुबह राजापुर तहसील कार्यालय में एक विशाल मोर्चा निकाला गया। बरसू सोलगांव पंचक्रोशी, रिफाइनरी विरोधी संगठन, कुनबी समाज के प्रमुख कार्यकर्ता और रत्नागिरी जिले के पत्रकार इस मोर्चे में शामिल हुए। मोर्चे में शामिल लोगों ने सुबह तहसील कार्यालय के सामने धरना दिया और बाद में करीब तीन घंटे तक नारेबाजी करते हुए राजापुर शहर को हिला दिया। वारिशे के परिवार को सरकार द्वारा ५० लाख की सहायता दी जाए, ऐसा निवेदन तहसीलदार को दिया गया। ()