प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने की तैयारी में मनपा… मुंबई की जनता पर और बढ़ेगा और खर्च का बोझा

मुंबई : महंगाई की मार झेल रही जनता पर अब एक और महंगाई की मार पड़ना लगभग तय हो गया है। मनपा प्रशासन 500 वर्ग फुट से छोटे गाह्रो को भले ही प्रॉपर्टी टैक्स पूरी तरह छोट दी है लेकीन उससे बड़े घरो को अब टैक्स मंहगा हो जायेगा। मनपा प्रशासन हर 5 साल में प्रॉपर्टी टैक्स का दर बदलती है। पहले भाड़ा की दर पर लिया जाने वाला प्रॉपर्टी टैक्स अब जगह के रेडीरेकनर के आधार पर प्रॉपर्टी टैक्स वसूला जाने लगा है। प्रॉपर्टी टैक्स वर्ष २०२० में बढ़ जाना था लेकिन फैली कोरोना महमारी के चलते मनपा प्रशासन दो साल तक प्रॉपर्टी टैक्स पर निर्णय नहीं ले पाई थी। मनपा अब २०२२ में नए रेडीरेकनर के आधार पर प्रॉपर्टी टैक्स वसूलेगी।न्य रेडीरेकनर की दर देखे तो 2015 से 2022 की दर में १४ से २० प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है जिसका सीधा असर मुंबई की जनता पड़ेगा।
बता दें कि मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने वर्ष 2022-23 के बजट में ही प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने की घोषणा की थी। मनपा सह आयुक्त सुनील धमने ने बताया कि इस पर अगले कुछ दिनों में निर्णय लिए जाने की संभावना है।उन्होंने बताया की जून महीने में दिए जाने वाले बिल में इस पर निर्णय लेना जरूरी है जिसकी प्रकिया शुरू होने की उन्होंने की जानकारी दी। मनपा नियम के अनुसार हर 5 साल में प्रॉपर्टी टैक्स में सुधार किया जाता है। पिछली बार वर्ष 2015 में प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाया गया था। उस हिसाब से वर्ष 2020 में प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाया जाना था लेकिन मार्च 2020 में शुरू हुए कोरोना संकट के कारण टैक्स नहीं बढ़ाया गया। जून 2021 में उसमें रेडीरेकनर दर के अनुसार 14 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव स्थायी समिति में रखा गया था, लेकिन भाजपा कांग्रेस एवं सपा के भारी विरोध के कारण प्रस्ताव को वापस लेना पड़ा था।
मनपा के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना संकट लगभग खत्म हो गया है। राज्य सरकार ने रेडीरेकनर बढ़ाया है, उसी आधार पर बीएमसी भी प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ा सकती है। अधिकारी ने बताया कि कोलाबा से माहिम तक वर्ष 2015 में रेडीरेकनर दर प्रति वर्ग मीटर औसतन 237600 रुपये था जो वर्ष 2022 में बढ़कर 327810 रुपये हो गया। यानी इस दौरान इन एरिया में 90210 रुपये बढ़ गया। इसी तरह घाटकोपर (कुर्ला से मुलुंड) जोन में वर्ष 2015 में रेडीरेकनर दर 99100 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी। जो वर्ष 2022 में बढ़कर 137730 रुपये हो गया है । जिससे रेडीरेकनर में 38630 रुपये की वृद्धि हुई है। पश्चिम उपनगर में बांद्रा से लेकर दहिसर तक वर्ष 2015 में रेडीरेकनर दर 208300 रुपये प्रति वर्ग मीटर था जो वर्ष 2022 में बढ़कर 237390 रुपये हो गया। नए रेडीरेकनर दर के हिसाब से 29090 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है । मुंबई में सभी आर्थिक गतिविधियां शुरू है, लोगों की जिंदगी पटरी पर लौट आई है। दो साल टैक्स न बढ़ाने के कारण मनपा को करोड़ों रुपये का राजस्व घाटा हुआ है। इस दौरान मुंबई में 500 वर्ग फुट के घरों को पूरी तरह से टैक्स फ्री कर दिया गया है। जिससे मनपा को हर वर्ष 4500 करोड़ रुपये का नुकसान सहन करना पड़ेगा। मनपा में इस समय प्रशासक होने के कारण राजनितिक हस्ताक्षेप नहीं होगा जिसके चलते मुंबई की जनता पर पप्रॉपर्टी टैक्स में बढ़ोत्त्तरी का भार पड़ेगा।