झूमेगी मुंबई! : नवरात्रि पर जोरदार उत्साह और जबर्दस्त तैयारियां

मुंबई, नवरात्रि का सार्वजनिक आयोजन कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों में नहीं हुआ। लंबे इंतजार के बाद इस बार मुंबई के `रास-गरबा खेलैया’ दोहरे उत्साह में हैं और एक बार फिर जबर्दस्त धमाचौकड़ी मचाने को तैयार हैं। माता के कलश (घट) की स्थापना के लिए घरों में साफ-सफाई व सजावट भी होने लगी हैं। दुर्गा सप्तशती के पाठ, उपवास, पूजन, कीर्तन, आराधना की जबर्दस्त तैयारियां भी हर तरफ हो रही हैं। इसी क्रम में नवरात्रि की भक्ति में दुर्गा माता की शक्ति को जगाने के लिए धार्मिक उपक्रमों के साथ ही गुजरात की विशेष पहचान दर्शाने वाले पारंपरिक `रास-गरबा-डांडिया’ को लेकर भी जबर्दस्त तैयारियां जारी हैं।
नवरात्रि के दिनों में देवी के मंदिरों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगती हैं। कालबादेवी के मुंबादेवी मंदिर और महालक्ष्मी मंदिर में नवरात्रि पर भोर से देर रात तक भीड़ होती है। इसी तरह विरार के जीवदानी देवी मंदिर और डहाणु हाई-वे के महालक्ष्मी मंदिर भी मुंबई, ठाणे, कल्याण से भी लोग पहुंचते हैं। इन स्थानों पर पुलिस की विशेष व्यवस्था प्रशासन करता है। मुंबादेवी परिसर के आसपास पुलिस ने बैरिकेट्स लगवा दिए हैं। यही हाल महालक्ष्मी मंदिर का भी है। वहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा।
नवरात्रि के लिए पूजन सामग्रियों की साधारण दुकानों से लेकर डिपार्टमेंटल स्टोर्स, मॉल्स और सड़कों पर लगे ठेलों तक नवरात्रि की विभिन्न सामग्रियां, दीप, सज्जा वस्तुओं की इन दिनों भरमार है। मातारानी को चढ़ाने के लिए आकर्षक चुनरी और शृंंगार सामग्रियों की नई वेरायटी से बाजारों में रौनक है। फूल-फल की खरीदी भी खूब हो रही है। दादर के फूल मार्वेâट में फूलों की अनेक वेरायटियां आ गई हैं।
रंग-बिरंगे और पारंपरिक परिधान चणिया-चोली, घाघरा, कुर्ता-कुर्ती, चेणियु, धोती, चुन्नी आदि भी सभी जगह मार्वेâट में आ गए हैं। आभूषणों में गले का हार, टीका, कानों की बालियां, सीप के चूड़े, कमरबंद, कमर के झुमके व पाजेब की जोरदार खरीदी हो रही है। बोरीवली-पश्चिम की सड़कों पर इन वस्तुओं का बहुत बड़ा बाजार लगा हुआ है। शुद्ध काठियावाड़ीr ड्रेस के अलावा रजवाड़ी, राजस्थानी और कढ़ाई किए हुए जैकेट्स पारंपरिक साफे, पगड़ी, टोपी आदि की भरमार है। इन्हें खरीदने दूर-दराज से भी लोग पहुंच रहे हैं। घाटकोपर और मुलुंड के गुजराती बहुल इलाकों में भी इन वस्तुओं की भरमार है। माटुंगा-किंग्ज सर्कल के गांधी मार्वेâट में भी नवरात्रि ड्रेसेस की भरमार है। इसके साथ ही महानगर में हर जगह ऐसे लुभावने वस्त्रों को देखते ही बनता है।