सीटों के लिहाल से महाराष्ट्र यूपी के बाद दूसरा बड़ा राज्य है; महाराष्ट्र में बीजेपी 30 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है

मुंबई: 2024 लोकसभा चुनावों में 370 सीटों के लक्ष्य के मैदान में उतरी बीजेपी महाराष्ट्र में इस बार चौंका सकती है। सीटों के लिहाल से महाराष्ट्र यूपी के बाद दूसरा बड़ा राज्य है। महाराष्ट्र में बीजेपी 30 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। महायुति के सहयोगियों शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजीत पवार) को 18 या फिर इससे सीटें मिल सकती हैं। इसमें 10 सीटें शिवसेना और आठ सीटें अजित पवार की पार्टी को मिल सकती हैं। हालांकि महायुति के साझीदारों की तरफ से ज्यादा सीटों की मांग की गई है। सीएम एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने 11 से अधिक सीटों पर दावेदारी की है, तो वहीं अजित पवार की तरफ से 9 से 10 सीटों की मांग की गई है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है बीजेपी महाराष्ट्र में 30 से अधिक सीटों पर भी लड़ सकती है। बीजेपी की अगली सूची महिला दिवस के आसपास आने की उम्मीद है। पार्टी की अगली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक छह मार्च को तय की गई है।
सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने अभी तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को 7 और अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के लिए 4 सीटें छोड़ने की ऑफर किया है। बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची में महाराष्ट्र की किसी सीट के प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। ऐसे में चर्चा है कि बीजेपी राज्य में अब तक सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। पार्टी ने कम से कम 30 सीटों पर चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई है। पार्टी अभी तक महाराष्ट्र में इतनी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ी है। पिछले पांच लोकसभा चुनावों में पार्टी अधिक 26 सीटों पर चुनाव लड़ी है और पार्टी अधिकतम 23 सीटें राज्य में जीती हैं। पार्टी ने राज्य में महायुति के साझीदारों के साथ मिलकर 45 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। बीजेपी ने पिछले लोकसभा चुनाव में शिवसेना के साथ लड़कर राज्य की 41 सीटें जीती थीं। 2014 में यही आंकड़ा रहा था।
2009 में चुनावों में बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन में 47 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 20 सीटें जीती थीं। तब बीजेपी 25 और शिवसेना 22 सीटों पर लड़ी थी। दोनों पार्टियों को क्रमश: 9 और 11 सीटें मिली थीं। 2004 में बीजेपी और शिवसेना मिलकर चुनाव लड़े थे। इसमें बीजेपी 26 सीटों पर लड़ी थी। इसमें उसे 13 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि शिवसेना ने 22 सीटों पर चुनाव लड़ा था। उसे 12 सीटों पर जीत मिली थी। ऐसे एनडीए को 25 सीटें मिली थीं। इससे पहले 1999 के चुनावों में भी बीजेपी और शिवसेना एक साथ मैदान में उतरे थे। तब दोनों दलों के गठबंधन को 28 सीटों पर जीत मिली थी। तब भी बीजेपी 26 और शिवसेना 22 सीटों पर लड़ी थी। बीजेपी को 13 और शिवसेना को 15 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। ()