मोबाइल गेम के चलते युवाओं की मानसिकता आक्रामकता! झगड़े, गाली-गलौज, और मार-पीट के साथ खून करने में भी पीछे नहीं हटते

मुंबई, आधुनिक युग में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और आक्रामकता वाले मोबाइल गेम के चलते युवाओं की मानसिकता भी आक्रामकता वाली हो रही है। तुरंत गुस्सा होना और बिना सोचे-समझे कठोर कदम उठा लेना युवाओं की मानसिकता का हिस्सा बन रहा है। आज के युवा झगड़े, गाली-गलौज, और मार-पीट के साथ खून करने में भी पीछे नहीं हटते हैं। यू कहें कि युवाओं की मानसिकता अब खूनी हो रही है। मानसिक बीमारियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने युवाओं में बढ़ाते आक्रामकता को लेकर चिंता व्यक्त की है। इस विषय को लेकर कई डॉक्टर युवाओं में सुधार के लिए समुपदेशन दे रहे हैं।
हाल ही में एक खबर आई कि एक युवा ने अपने मां को इसलिए मार दिया क्योंकि वह मोबाइल देखने से मना कर रही थी, दूसरी तरफ चार युवाओं ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी। ऐसे तमाम खबरे रोजमर्रा की जिंदगी में सुनने को आ रही है। युवाओं का खून गर्म होता है ऐसी कहावत है लेकिन अब उनकी मानसिकता भी गर्म हो गई है। तुरंत झगड़े को उतारू, मारपीट और खून करने तक में युवा पीछे नहीं हटते, उनकी मानसिकता अब न सिर्फ बदल रही है, बल्कि उग्र भी हो रही है।
डॉक्टरों का मानना है कि इसके लिए मौजूदा तकनीकी भी कुछ हद तक जिम्मेदार हैं। मोबाइल में आये नए नए गेम में युवाओं को आक्रामक बनाया जा रहा है। उनकी मानसिकता में एक प्रकार से जहर घोला जा रहा है। इसके अलावा टीवी पर आपराधिक और गुंडा प्रवृति को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने वाली फिल्में भी दोषी हैं। मोबाइल के चलते युवाओं और उनके परिवारों के बीच भावनात्मक दूरी बन रही है, जिसका परिणाम यह है कि अच्छी सोच और कुशल व्यवहार की उनमें कमी आ रही है। इसके विपरीत उनमें क्रोध बढ़ रहा है और संयम शक्ति कम हो रही है।
मनोचिकित्सक डॉ. प्राची चिवटे ने बताया कि पिछला दो साल कोरोना के खतरे के साए में बीता है। इस भयानक महामारी के कारण लोगों ने अपनों को ही नहीं, बल्कि नौकरी और पैसे को भी खोया है। साथ ही दिहाड़ी पर काम करनेवाले लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ा। कोरोना काल में काम न होने और नौकरी छूट जाने के तनाव से कई लोगों ने आत्महत्या कर ली है। इसके साथ ही यह तनाव युवाओं के अब खून में उबाल पैदा कर रहा है। छोटी छोटी बातों पर भी युवा आवेशित हो रहे हैं। प्रदेश और देश में इस तरह के कई मामलों में आवेशित हुए लोग हत्याओं को अंजाम दे चुके है। ()