प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के बयान पर भड़के अजित पवार… कहा, चैनल पर नहीं देने चाहिए ऐसे बयान

मुंबई : महाराष्ट्र में मचे राजनीतिक घमासान के बीच कांग्रेस और राकांपा के बीच जंग देखने को मिल रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर आरोप लगाया कि वे मंत्रियों को परेशान करते थे, ऐसे में हमें सरकार को बने रहना मुश्किल था। इस आरोप पर अजित पवार ने पलटवार करते हुए कहा कि नाना पटोले को किसी चैनल पर बोलने की अपेक्षा महाविकास आघाड़ी के मंच पर बात करते तो उनकी गैर समझ दूर हो जाती है। अजित पवार ने कहा कि मित्र दल अलग बयान दे रहे हैं।

यह सरकार ढाई साल पहले अस्तित्व में आई थी। विकास निधि में कभी कांट-छांट नहीं की गई। कभी किसी से द्वेषभाव रखकर काम नहीं किया गया। हमारी हमेशा विकास कार्य में मदद करने की भूमिका रही। उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार 170 विधायकों के समर्थन से अस्तित्व में आई है। ऐसे में सरकार को टिकाए रखने की जवाबदारी तीनों दलों की है। संजय राऊत की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि पता नहीं उन्होंने यह बयान क्यों दिया। हम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से पूछेंगे कि क्या उनके मन में कोई दूसरी बात तो नहीं है। शायद उन्होंने विधायकों को वापस बुलाने के लिए ऐसा बयान दिया होगा।

अजित पवार ने कहा कि शिवसेना के विद्रोह के पीछे भाजपा की भूमिका दिखाई नहीं देता। भाजपा का कोई बड़ा नेता कुछ करता नहीं दिख रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शिवसेना में इसके पहले भी बगावत हुई, लेकिन पिछला अनुभव कहता है कि शिवसैनिक विद्रोह करने का कभी साथ नहीं देते। अजित पवार ने कहा कि वे आखिरी तक सरकार का साथ देंगे। विधायकों के महाराष्ट्र से चुपचाप सूरत जाने का मामले को गृह मंत्रालय की विफलता बताते हुए उन्होंने कहा कि गृह मंत्री को इस बारे में जानकारी होनी चाहिए थी।