पानी की कटौती की नहीं है गुंजाइश…मुंबई में पेयजल सप्लाई करने वाली 7 झीलें हो चुकी हैं 90 फीसदी फुल

मुंबई : मुंबई में इस साल जुलाई के महीने में रिकॉर्डतोड़ बारिश दर्ज की गई. वहीं लगातार हुई बरसात की वजह से मुंबई को पेयजल की सप्लाई करने वाली 7 झीलों के जल भंडारण में भी इजाफा हुआ है. गौरतलब है कि महानगर को पीने के पानी की आपूर्ति करने वाली सात झीलों में फिलहाल 89.78 फीसदी पानी भरा हुआ है. शुक्रवार को इनमें 12,99,421 मिलियन लीटर (एमएल) पानी का भंडार था, जबकि कुल क्षमता 14,47,363 एमएल है. झीलो का वॉटर लेवल पर्याप्त होने की वजह से बृहन्मुंबई नगर निगम पानी की सप्लाई में कटौती नहीं करेगी.

गौरतलब है कि पिछले साल इसी दिन, झीलों में 79.4% यानी 11,49,971 एमएल पानी का भंडार था वहीं 2020 में इन झीलों में 37% यानी 5,39,308 ML पानी का स्टॉक था. बता दें कि मुंबई को पीने के पानी की सप्लाई करने वाली सात झीलें ऊपरी वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, मध्य वैतरणा, भातसा, वेहर और तुलसी हैं, जो मुंबई में संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान और ठाणे और पालघर के पड़ोसी जिलों में स्थित हैं.

पिछले 24 घंटों में सात झीलों के जलग्रहण क्षेत्रों में कुल मिलाकर 193 मिमी बारिश हुई है. इन सात झीलों में से तीन इस मानसून में पहले ही ओवरफ्लो हो चुकी हैं. 13 जुलाई को मोदक सागर झील, 14 जुलाई को तानसा और 16 जुलाई को तुलसी में ओवरफ्लो शुरू हुआ था. वर्तमान में, मोदक सागर 1,26,078 एमएल पानी के भंडार के साथ 97.79% भरी हुई है.

वहीं तानसा 1,42,357 एमएल पानी के स्टॉक के साथ 98.12% भरी हुई है और तुलसी 8,046 एमएल के पानी के भंडार के साथ 100% पूर्ण है. इनके अलावा भाटसा झील 7,17,037 एमएल की क्षमता के मुकाबले 6,28,431 एमएल पानी के स्टॉक के साथ 87.64% भरी हुई है. पिछले साल इसी दिन यह 74.89 फीसदी भरी हुई थी. वहीं 1,88,898 के पानी के भंडार के साथ ऊपरी वैतरणा 83.20% भरी हुई है और 1,83,927 एमएल के पानी के भंडार के साथ मध्य वैतरणा 95.04% भरी हुई है.

गौरतलब है कि मुंबई शहर की लगभग 4,400 मिलियन लीटर की मांग के मुकाबले नागरिक निकाय रोजा 3,850 मिलियन लीटर पानी की सप्लाई करता है तदनुसार, झीलों की सतह से वाष्पीकरण और परिवहन और वितरण के दौरान पानी के नुकसान को ध्यान में रखते हुए, मुंबई की झीलों में 300 दिनों से अधिक समय तक पानी का भंडार है.