जिला परिषद में १३ हजार ५१४ रिक्त पदों की भर्ती रद्द

मुंबई, राज्य में बीस लाख युवक जिस नौकरी के लिए बेसब्री से राह देख रहे थे, वहीं जिला परिषद में १३ हजार ५१४ रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। भर्ती प्रक्रिया में विलंब होने और आरक्षण के संदर्भ में चल रहे हंगामे के कारण यह निर्णय लिया गया है, ऐसा राज्य सरकार की ओर से कहा गया है। राज्य सरकार ने यह पैâसला इसलिए लिया है, क्योंकि इस भर्ती प्रक्रिया की जानकारी ग्रामीण विकास विभाग के पास नहीं है। सरकार के इस पैâसले से भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी है और रोष प्रकट किया जा रहा है। जिला परिषद के ग्रुप ‘सी’ में १८ संवर्गों में १३ हजार ५१४ पदों के लिए २० लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने महापरीक्षा वेबसाइट पर आवेदन किया था। महापरीक्षा वेबसाइट पर विवाद होने के बाद उसे बंद करके नया परिपत्रक निकालने के लिए ग्राम विकास विभाग ने जिला परिषद की भर्ती का काम ‘न्यास कंपनी’ को दिया। उसी के अनुसार इस कंपनी ने स्वास्थ्य विभाग का काम लिया था।
बता दें कि भर्ती प्रक्रिया में भारी पैमाने पर धांधली हुई थी। राज्यभर में जिसका तीव्र विरोध हुआ था, जिसके कारण तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने स्वास्थ्य भर्ती रद्द करने का निर्णय लिया। जिला परिषद की १३ हजार पदों की सभी जानकारी न्यास कंपनी ने दी थी। उसके बाद ग्राम विकास विभाग ने मई २०२२ में सभी जिला परिषदों ने यह कहते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया कि वे कंपनी से भर्ती के लिए आवश्यक जानकारी प्राप्त करें। जानकारी न मिलने के कारण अब ग्रामीण विकास विभाग को जिला परिषदों में भर्ती रद्द करने को विवश होना पड़ा है।