डेंगू के मरीजों की संख्या में पुणे जिला टॉप पर… महाराष्ट्र में १,१४६ डेंगू के मरीज

मुंबई : महाराष्ट्र में डेंगू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य में डेंगू के मरीजों की संख्या में पुणे जिला टॉप पर है। वहीं इस साल जून के अंत तक महाराष्ट्र में १,१४६ डेंगू के मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से अकेले ३०५ मरीज पुणे के हैं। दूसरी तरफ विशेषज्ञों का कहना है कि शहर की आबादी और जांच की संख्या अधिक होने के कारण मरीजों की संख्या ज्यादा हो सकती है। सबसे राहत भरी बात यह है कि राज्य में एक भी डेंगू मरीज की मौत नहीं हुई है।
पुणे में मिले ३०५ मरीजों में से १४७ शहर के हैं। इसी तरह ग्रामीण इलाकों में १३७ और पिंपरी-चिंचवड़ में २७ मरीज मिले हैं, वहीं कोल्हापुर दूसरे स्थान पर है। यहां के मनपा क्षेत्र में ५२७ और ग्रामीण क्षेत्रों में १०५ मरीजों मिले हैं। सिंधुदुर्ग ९२ मरीजों के साथ तीसरे स्थान पर है। ये तीन जिले राज्य में डेंगू के मामलों में शीर्ष तीन में शामिल हैं। बता दें कि पिछले साल राज्य में ९६१ डेंगू के मरीज थे।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पुणे में ३०५, कोल्हापुर में १५७, मुंबई में ११७, सिंधुदुर्ग में ९२, कोल्हापुर मनपा क्षेत्र में ५२, पालघर में ५०, सातारा में ४९, नासिक में ४६, ठाणे में ४२ और रायगढ़ में २७ मरीज मिले हैं।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक चिकनगुनिया के मामलों में भी पुणे पहले स्थान पर काबिज है। यहां इस साल जून तक चिकनगुनिया के १८७ मरीज मिले हैं। इसके साथ ही कोल्हापुर में ११३, सातारा में २४, सांगली में २२, ठाणे, सोलापुर और अकोला जिलों में क्रमश: १२-१२, पालघर में १०, जबकि अन्य जिलों में १०-१० मरीज मिले हैं।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि राज्य में जनवरी से जून तक डेंगू के १,१४६ मरीज मिले हैं। इसमें पुणे टॉप पर है। शीघ्र निदान न होने और जनसंख्या के कारण रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है, वहीं सातारा, सांगली, कोल्हापुर और नगर जिलों से कई मरीज पुणे आते हैं। राज्य कीट नियंत्रण विभाग द्वारा सभी जिलों को एक कार्य योजना कार्यक्रम जारी किया गया है। यदि नागरिक पानी जमा नहीं होने देंगे तो डेंगू का प्रसार कम हो जाएगा।