मंत्रालय में पानी की बोतलों पर प्रतिबंध

मुंबई, नई सरकार ने नया फतवा जारी करते हुए मंत्रालय में आनेवाले आगंतुकों के लिए पानी की बोतलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के कई लोग दूर- दराज की यात्रा करते समय अपने साथ पानी की बोतलें लेकर आते हैं, लेकिन पानी की बोतलों में मिट्टी के तेल या किसी रसायन या कीटनाशक का उपयोग करके आत्महत्या करने की कोशिश करते हैं। नई सरकार को इससे झटका लगा है और मंत्रालय के प्रवेश द्वार पर ही आगंतुकों की पानी की बोतलें जमा करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
नई सरकार ने अभी तक कैबिनेट का गठन नहीं किया है, इसलिए सरकारी यंत्रणा में कई काम ठप हो गए हैं। इससे आम लोगों में खासी नाराजगी है। मंत्रालय में अपनी विभिन्न मांगों की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए आनेवालों में आत्महत्याओं की घटनाओं में वृद्धि हुई है। इसका खामियाजा नई सरकार को भुगतना न पड़े। इसलिए मंत्रालय में आने वाले आगंतुकों के लिए पानी की बोतलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। आम जनता को आकाशवाणी के सामने प्रवेश द्वार से प्रवेश दिया जाता है, लेकिन आगंतुकों के प्रवेश करने से पहले तंबाकू और गुटखा के पाउच उनकी जेब से निकाल लिए जाते हैं, लेकिन अब पानी के बोतलें भी निकाल ली जा रही हैं। मंत्रालय में आनेवाले आगंतुकों के लिए पीने के पानी की अपर्याप्त व्यवस्था है। इससे आगंतुकों को परेशानी हो रही है। वहीं मुख्य द्वार कहे जाने वाले जनता जनार्दन गेट पर पीने के पानी की बोतलें भरी पड़ी हुई हैं। एक बार इसी द्वार पर एक व्यक्ति ने अपने शरीर पर मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था।