मुंबई में बढ़ रहा प्रदूषण! 8 साल पुरानी गाड़ियों की नो एंट्री

मुंबई : बीएमसी ने मुंबई में बढ़ते प्रदूषण के लिए अपने अगल-बगल के जिलों और महानगरपालिकाओं को भी जिम्मेदार ठहराया है। बीएमसी का कहना है कि ठाणे, नवी मुंबई, मीरा-भाईंदर और भिवंडी की वजह से भी महानगर को प्रदूषण संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन मुंबई के आसपास की महानगरपालिकाएं बड़े स्तर पर योजनाओं पर अमल नहीं कर पा रही हैं। यही वजह है कि हमें प्रदूषण के स्तर को सुधारने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। एमएमआर से आनेवाली प्रदूषित हवाओं का बुरा असर मुंबई में पड़ रहा है। अधिकारी ने बताया कि मुंबई में वायु प्रदूषण के लिए ठाणे, नवी मुंबई, मीरा-भाईंदर, भिवंडी और वसई-विरार से आनेवाली डीजल गाड़ियां भी कुछ हद तक जिम्मेदार हैं। इसीलिए हमने ट्रांसपोर्ट कमिश्नर से कहा है कि ऐसे उपाय किए जाएं, जिससे एमएमआर से आनेवाली डीजल की 8 साल पुरानी गाड़ियों को मुंबई में प्रवेश न मिल सके। बीएमसी अधिकारी ने बताया कि नवी मुंबई के वाशी में बड़े पैमाने पर फैक्ट्रियां और कंपनियां हैं। इनसे जहरीला धुआं निकलता है। इनका सीधा असर हवा की गुणवत्ता पर पड़ता है। इसके अलावा इन महानगरपालिकाओं के तमाम क्षेत्रों में बड़ी संख्या में कंस्ट्रक्शन के काम भी हो रहे हैं।
अधिकारी बोले- ब्लेम गेम नहीं
इतना ही नहीं, यहां बड़े पैमाने पर सड़कें भी बन रही हैं। बावजूद इसके प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए मुंबई की तरह ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अधिकारी ने कहा, ‘हम ब्लेम गेम नहीं करेंगे, लेकिन यह एक सचाई है। इसे स्वीकार किया जाना चाहिए। ‘