राजनीति बहुत ही बर्बर और घिनौनी है : उद्धव ठाकरे

मुंबई, आज जो राजनीति चल रही है, वह बहुत ही बर्बर और घिनौनी है। मतलब जो भाजपा के साथ आए, वे अपने। इसका मतलब सिर्पâ साथ आनेवाले ही नहीं, बल्कि हमारे यानी जो गुलाम आएंगे, वे कुछ समय के लिए हमारे। उनका काम समाप्त हो जाता है तो पुराने गुलाम चले जाएंगे, नए गुलाम आएंगे। यह गुलामी की तरफ बढ़ने की दिशा भाजपा ने तय कर ली है। इसका सभी को हर स्तर पर विरोध करना चाहिए, ऐसा उद्धव ठाकरे ने कहा।
विरोधियों का दमन करनेवाली भाजपा पर बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश में हिटलर जैसी परिस्थिति पैदा होने लगी है। इस दौरान उन्होंने हिंदूहृदयसम्राट माननीय शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे की कही बात याद दिलाई। उन्होंने कहा कि जब द्वितीय विश्वयुद्ध छिड़ा था तब हिटलर पूरे जोश में था। आए दिन कहीं न कहीं बम गिरा रहा था। एक समय ऐसी तस्वीर आई कि वह अब जीतनेवाला था। उस समय डेविड लो नाम के एक व्यंग्य चित्रकार थे, वे कार्टूनिस्ट थे। उन्हें कार्टून बनाते देख हिटलर बेचैन हो जाता था। उसके तर्पण की आग मस्तिष्क तक जाती थी। हिटलर ने डेविड को जिंदा या मुर्दा पकड़कर लाने का आदेश अपने सैनिकों को दिया। ऐसी स्थिति आज हमारे देश में दिखाई दे रही है। विरोध में कोई बोले तो उसे अटकाना और धमकी और लोभ दिखाकर शरण में न आए तो उसे उलझा देना, लेकिन भाजपा की हिटलर शाही शुरू है, फिर भी न्याय के देवता पर हमें विश्वास है।
अपने विरोधियों को सत्ता में लेने और कुचलने की भाजपा की साजिश बड़ी शर्म के साथ जनता के सामने आई है।
न अभी समय गया और न ही पूरा आया है।
ममता बनर्जी ने आकर सभी को एकजुट करने की कोशिश की और वह प्रयोग राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति चुनाव में भी देखने को मिला, इस संदर्भ में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपातकाल के समय देश को अनुशासन की जरूरत थी इसीलिए शिवसेना ने समर्थन दिया था। उस समय जिनका राजनीति से संबंध नहीं था, ऐसे पु.ल. देशपांडे, दुर्गा भागवत जैसे लेखकों और बुद्धिजीवियों ने परिणामों की परवाह किए बिना लोकतंत्र की हवन में वूâदकर इसे जीवित रखा। राष्ट्रपति चुनाव इस बात पर निर्भर नहीं करता कि आप इससे सहमत हैं या नहीं। यह कहने के बजाय कि न अभी समय गया और न ही पूरा आया है। हम बीच में ही हैं। लेकिन इससे पहले कि समय बीत जाए या उस समय के आने से पहले, अब देश के राजनीतिक दलों से ज्यादा नागरिकों को सोचने का समय आ गया है।