अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस बनी क्रिकेटर

मुंबई, मुंबई शहर में बुजुर्ग महिलाओं पर हल्ला बोलकर लूटनेवाले ईरानी गिरोह के सदस्य को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह आरोपी लूटपाट की १०० से ज्यादा वारदात को अंजाम दे चुका था। दरअसल गैंग के मास्टरमाइंड शातिर आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस द्वारा करीब १०० सीसीटीवी वैâमरे की जांच की गई। इसके बाद पुलिस ने बल्ला उठा लिया और एक क्रिकेट टीम बनाकर आरोपी को उसके क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
डीसीपी सोमनाथ घार्गे ने बताया कि दहिसर-पूर्व आनंदनगर में रहनेवाली नगर में एक बुजुर्ग महिला से १४ तोला आभूषण लूटकर उक्त गिरोह के सदस्य फरार हो गए थे। आरोपियों को पकड़ने के लिए वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रवीण पाटील के नेतृत्व में एक सहायक पुलिस निरीक्षक मल्हार थोरात, रणजीत चव्हाण, पीएसआई कट्टे की टीम बनाई गई। ये टीम शहर में लगाए गए सीसीटीवी वैâमरों की जांच में जुट गई और मुखबिरों को एक्टिव कर दिया। पुलिस की जांच में आरोपी एक फुटेज में दिखाई दिया। जांच में पता चला कि यह एक शातिर आरोपी है और ईरानीवाड़ी कल्याण का निवासी है। इस दौरान मुखबिरों से सूचना मिली कि आरोपी ईरानीवाड़ी में क्रिकेट खेलने के लिए आनेवाला है। इसके बाद पुलिस एक क्रिकेट टीम बनाकर आरोपी के लिए फील्डिंग लगाई। जब आरोपी क्रिकेट खेलने के लिए घर से बाहर निकला तो वहां पहले से फील्डिंग लगाकर बैठी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान आरोपी ने अपने गैंग को बुलाने की कोशिश की लेकिन उनके आने से पहले ही पुलिस आरोपी को लेकर रवाना हो गई। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने वारदात को अंजाम देने का गुनाह कबूल किया है।
सहायक पुलिस निरीक्षक मल्हार थोरात ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के मार्गदर्शन में १३ लोगों की एक क्रिकेट टीम बनाई गई थी। इसमें दो महिला भी शामिल थीं। पुलिस ने बाकायदा क्रिकेटर का कपड़ा भी पहना था। ५५ वर्षीय आरोपी शातिर बदमाश है। इसके खिलाफ मुंबई और ठाणे में १०० से ज्यादा वारदात के मामले दर्ज हैं। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने एक लाख ८० हजार रुपए का आभूषण बरामद किया है। पुलिस इस मामले में अन्य तीन आरोपियों की तलाश कर रही है।