24 घंटे में सड़कों पर हुए गड्ढे को भरने का आदेश

मुंबई, तमाम प्रयासों के बाद मुंबई की सड़कों में बड़ी संख्या में हो रहे गड्ढों से बीएमसी की नींद उड़ी हुई है। बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने अधिकारियों को फटकार लगाई है। छुट्टी से लौटे बीएमसी अतिरिक्त आयुक्त पी. वेलारासू ने अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें सख्त हिदायत दी कि 24 घंटे के अंदर सड़कों के गड्ढे भर दिए जाने चाहिए।
गड्ढो से आम लोगों को राहत दिलाने के लिए बीएमसी ने सभी 24 वार्डों को 5-5 लाख रुपए जारी किए हैं। बीएमसी अधिकारी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से सड़कों पर गड्ढे बन गए हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए हमने प्रत्येक वार्ड को अतिरिक्त 5-5 लाख रुपए दिए हैं। हार्डनिंग कंक्रीट की बजाय कोल्ड मिक्स से गड्ढो को तत्काल भरे जाने चाहिए।
इससे पहले मॉनसून के दौरान सड़कों के गड्ढे भरने के लिए हर वार्ड को 50-50 लाख दिए गए थे, लेकिन मुंबई की सड़कों में जितने गड्ढे हैं उनके अनुसार यह राशि ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो गई। अब एक बार फिर 5-5 लाख रुपए जारी किए गए हैं। मानसून से पहले गड्ढे भरने और रोड की मरम्मत के लिए हर वार्ड को 1.50 करोड़ रुपए दिए गए थे। अधिकारी ने कहा कि गड्ढे से संबंधित शिकायत प्राप्त होने के 48 घंटे के भीतर उसे भरने का आदेश दिया गया है।
बीएमसी में पूर्व नेता विपक्ष रवि राजा ने बीएमसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि मुंबई की कोई भी सड़क गड्ढा मुक्त नहीं हो पाई है। बीएमसी ने गड्ढे भरने के लिए 2200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। सड़कों पर इस वर्ष 50-60 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं । इसके बावजूद सड़कों में गड्ढ़े होना बीएमसी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। रवि राजा ने कहा कि नवरात्रि आने वाली है, इस दौरान भी लोगों को गड्ढों का सामना करना पड़ेगा।