निडिल फ्री वैक्सीन से बढ़ेगी रोग प्रतिरोधक क्षमता

मुंबई, कोरोना वायरस को मात देने के लिए निडिल फ्री वैक्सीन (एडी५-एनसीओवी) को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देनेवाला चीन दुनिया में पहला देश बन गया है। इस वैक्सीन को तियानजिन स्थित कैनसिनो बायोलॉजिक्स इंक द्वारा बनाया गया है। ऐसे में अब इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही इस नए वैक्सीन को सूंघते ही कोरोना की मुसीबत से मुक्ति भी मिल जाएगी।
पहले संस्करण का मार्च २०२० में ह्यूमन ट्रायल किया गया था, जबकि फरवरी २०२१ में इसे चीन के साथ ही मैक्सिको, पाकिस्तान, मलेशिया और हंगरी में इस्तेमाल किया गया। कैनसिनो का दावा है कि सूंघनेवाली वैक्सीन सेलुलर प्रतिरक्षा को बढ़ाती है। साथ ही ट्रामस्क्युलर इंजेक्शन के बिना सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए म्यूकोसल प्रतिरक्षा को बढ़ाती है। कई कंपनियां कोरोना वायरस से बचाव के लिए नाक के ऊतकों में एंटीबॉडी के प्रभावित करने वाले टीकों को विकसित करने पर विचार कर रही हैं। बहुत सारे लोग इंजेक्शन लगवाने से झिझकते हैं, ऐसे में ये टीके इंजेक्शन मुक्त होने की वजह से ज्यादा लोगों को आकर्षित करेंगे। इससे कोविड वारियर्स पर से भी दबाव कम होने की संभावना है।
यह टीका का प्रारंभिक वन-शॉट वैक्सीन कोविड-१९ के लक्षणों को रोकने में ६६ फीसदी और गंभीर बीमारी के खिलाफ ९१ फीसदी प्रभावी पाया गया है। यह चीन के बाहर उपयोग में सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड और राज्य के स्वामित्व वाली सिनोफार्म ग्रुप कंपनी के टीकों से पीछे है। चीन द्वारा दुनिया भर को भेजी गई ७७० मिलियन खुराक में से अधिकांश इन दो कंपनियों के ही टीके हैं।
चीनी सरकार के इस फैसले से सोमवार सुबह हांगकांग में वैक्सीन बनानेवाली कंपनी का शेयर १४.५ फीसदी ऊपर चढ़ गया। कंपनी ने रविवार को हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज को दिए एक बयान में कहा कि चीन के राष्ट्रीय चिकित्सा उत्पाद प्रशासन ने कैनसिनो के एडी५-एनसीओवी को बूस्टर वैक्सीन के रूप में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है। यह कैनसिनो की वैक्सीन शृंखला में सिंगल डोज वैक्सीन का नया संस्करण है।