ठाणे में नशे की लत पूरा करने के लिए किया मर्डर, हत्या के मामले में मां-बेटा गिरफ्तार

ठाणे : ठाणे शहर के वागले इस्टेट परिसर में एक चॉल की 65 वर्षीय मालकिन की हत्या मामले की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे में सुलझाते हुए उसी चॉल में रहने वाले मां-बेटे को को गिरफ्तार किया है। ठाणे के परिमंडल 5 के पुलिस कमिश्नर डॉ. विनय कुमार राठोड कि मृतका की पहचान जीजाबाई केदार के तौर पर हुई है। जो वागले एस्टेट इलाके में एक चॉल के एक घर में अकेली रहती थीं।

चॉल का मालिकाना हक महिला के पास ही था। उन्होंने कुछ कमरों को वहां किराये पर दिया हुआ था। महिला के रिश्तेदारों ने बुधवार को पुलिस को सूचित किया कि वह उनका फोन नहीं उठा रही हैं। शिंदे ने कहा कि पुलिस महिला के घर गई जिसके दरवाज़े पर बाहर से ताला लगा था।

पुलिस ने दरवाज़े को तोड़ा और अंदर महिला का शव सड़ी गली अवस्था मे मिला था। उन्होंने बताया कि पुलिस को शक था कि महिला की मौत चार-पांच दिन पहले हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया था।

राठोड ने बताया कि उन्होंने संदेह के आधार पर चॉल में रहने वाले 27 वर्षीय शख्स से पूछताछ की और बुधवार रात को उसे हिरासत में ले लिया। जिसका नाम नारायण विजयलाल केवट नामक आरोपी जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। यह अपनी मां सुभावती केवट के साथ ठाणे के श्रीनगर के संजय गांधी नगर में रह रहा था।

विजयलाल को नशे की आदत थी और इसी लत को पूरा करने के लिए चोरी के उद्देश्य से वह अपने पडोसी 65 वर्षीय जीजा बाई केदार के घर में रविवार 4 सितंबर की देर रात घुसा और पैसो की चोरी के लिए घर में ढूंढ शुरू की। इसी दरम्यान वृद्धा जीजा बाई की नींद टूटी और फिर अपने पास के चाकू से जीजा बाई के गले पर वार कर उनकी हत्या कर दी और जीजा बाई के शरीर से करीब चार तोला सोना लेकर भाग गया।

भागते हुए उसने दरवाजा बाहर से लॉक कर दिया था। चुराया सोना विजयलाल ने अपनी माँ को दिया और घटना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने हत्यारे मां-बेटे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाने) के आरोप में मामला दर्ज किया गया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे मामले की जांच जारी है।