मुंबईकरों को मिलेगी 24 घंटे पानी की सुविधा

मुंबई, मुंबईकरों को अब 24 घंटे पानी की सुविधा मिलेगी। शहर में 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने के लिए बीएमसी की गारगाई-पिंजाल प्रॉजेक्ट अहम भूमिका निभाएगी। पिछले तीन सालों में गारगाई-पिंजाल प्रॉजेक्ट करीब ठंडे बस्ते में चला गया था। महाराष्ट्र में शिंदे सरकार आने के बाद इस प्रॉजेक्ट को एक बार फिर स्पीड मिल गया है। प्रॉजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पालघर कलेक्टर के माध्यम से शुरू हो गया है। इसके साथ ही पर्यावरण की मंजूरी के लिए राज्य सरकार के जरिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।
इसके बारे में बीएमसी कोस्टल रोड प्रॉजेक्ट के चीफ इंजिनियर वसंत गायकवाड ने बताया कि गार्गे-पिंजाल प्रॉजेक्ट बीएमसी की प्राथमिकता लिस्ट में है। प्रॉजेक्ट की डिवेलपमेंट ऑफ प्रॉडक्शन इन्फ्रास्टक्चर करीब-करीब बनकर रेडी हो गई है। इसके साथ ही, प्रॉजेक्ट का सर्वे, पर्यावरण, फॉरेस्ट और वाइल्ड लाइफ क्लियरेंस का काम जारी है। प्रॉजेक्ट के लिए तानसा वाइल्डलाइफ सेंचुरी की भी जमीन के अधिग्रहण की आवश्यकता है। इसके लिए केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय की इजाजत की जरूरत है। इसके लिए राज्य सरकार ने प्रस्ताव केंद्र को भेजा है।
गायकवाड ने आगे बताया कि इस प्रॉजेक्ट के लिए सबसे बड़ी चुनौती भूमि अधिग्रहण की है। पालघर कलेक्टर के माध्यम से भूमि अधिग्रहण का काम जारी कर दिया गया है। प्रॉजेक्ट के लिए 840 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता हैं , जिसमें 670 हेक्टेयर जमीन फॉरेस्ट विभाग की है। बीएमसी की योजना के मुताबिक, गारगाई प्रॉजेक्ट से मुंबई को रोजाना 450 एमएलडी पानी मिलेगा। इस प्रॉजेक्ट को साल 2024-25 तक पूरा करने का टारगेट बनाया गया था। 3105 करोड़ के इस प्रॉजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण व लगभग 1000 परिवारों को विस्थापित किया जाना है।
इस प्रॉजेक्ट पर बीएमसी ने करीब 15 करोड़ रुपये कंसल्टिंग फीस के रूप में खर्च किया है। पालघर जिले के वाडा तालुका स्थित ओगदे गांव के पास गारगाई नदी पर गारगाई झील का निर्माण किया जाएगा। गारगाई-पिंजाल प्रॉजेक्ट की परिकल्पना बीएमसी ने साल 2012 में की थी, तब इसकी अनुमानित लागत 1820 करोड़ रुपये थी, जो बढ़कर अब 3105 करोड़ रुपये हो गई है। फिलहाल मुंबई को रोजाना 3850 एमएलडी पानी की आपूर्ति सातों झीलों से होती है, जबकि सबको पानी देने के लिए यहां प्रतिदिन करीब 4400 एमएलडी पानी की जरूरत है। गारगाई प्रॉजेक्ट से पूरा होने से मुंबई को एक्स्ट्रा 450 एमएलडी पानी मिलने लगेगा। इससे मुंबईकरों की बड़ी प्रॉब्लम खत्म हो जाएगी।