मजदूर कृति संगठन के नेतृत्व में मिल मजदूर सड़कों पर

मुंबई, कई सालों से लंबित आवास के मुद्दे को लेकर मिल मजदूर भड़क गए। ये `ईडी’ की सरकार मजदूरों को सिर छत नहीं दे पा रही है। इस मुद्दे को जल्द हल किए जाने की मांग को लेकर कल मजदूर कृति संगठन के नेतृत्व में मिल मजदूर सड़कों पर उतर पड़े। इस बीच संगठन की तरफ से चेतावनी दी गई कि यदि मिल मजदूरों के आवास वाले मुद्दे को राज्य सरकार नहीं चेतती है तो वे राज्यभर में आंदोलन छेड़ देंगे। कल का शृंखलाबद्ध अनशन केवल चेतावनी देने के लिए किया गया था। हालांकि इस २९ अक्टूबर को संबंधित कामगार नेताओं की बैठक के बाद माह आंदोलन पर फैसला लिया जाएगा।
ज्ञात हो कि सिर पर छत उपलब्ध कराए जाने की मांग बीते कई सालों से मिल मजदूर और उनसे जुड़े कामगार संगठन करते आ रहे हैं। हालांकि इस मांग की मुंबई से लेकर ग्रामीण स्तर तक अनदेखी किए जाने से अब मिल मजदूरों की सहनशीलता ने जवाब दे दिया है। उनमें आक्रोश इतना बढ़ गया है कि सरकार का ध्यान केंद्रित करने के लिए वे सड़कों पर उतर पड़े हैं। कल आजाद मैदान में शृंखलाबद्ध अनशन किया। इस बीच मिल मजदूरों ने नारेबाजी से बोरीबंदर परिसर को गुंजायमान कर दिया। ये आंदोलन रयतराज कामगार संगठन, राष्ट्रीय मिल मजदूर संघ, मजदूर कामगार संघर्ष समिति, महाराष्ट्र मजदूर कामगार यूनियन और सेंचुरी मिल कामगार एकता संघ समेत पांच मजदूर संगठन एकत्र होकर मिल मजदूर कृति संगठन के बैनर तले किया। पत्रकार जयश्री खाडिलकर पांडे, गोविंदराव मोहिते, प्रवीण घाग, जयप्रकाश भिलारे, निवृत्ति देसाई, नंदू पारकर, अण्णा शिर्सेकर, बजरंग चव्हाण, शिवाजी काले, प्रवीण येरूणकर, बबन गावडे आदि ने उक्त आंदोलन नेतृत्व किया।
पनवेल के ढाई हजार आवास की लंबित लॉटरी को तत्काल निकाला जाए। एमएमआरडीए के पनवेल-कोन स्थित मिल मजदूरों के आवासों की भी लॉटरी प्रक्रिया में जिन्हें आवास मिला है, उन्हें बिना देर कब्जा दिया जाए। बॉम्बे डार्इंग टेक्सटाइल, स्प्रिंग और श्रीनिवास मिलों के मजदूरों को लॉटरी में मिले आवास का कब्जा दिया जाए। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ७० हजार आवास मुहैया कराए जाने की महाविकास आघाड़ी सरकार में बनाई गई योजना का क्रियान्वयन किया जाए। मजदूरों के हित को ध्यान में रखते हुए राजस्व विभाग द्वारा बताए गए ११० एकड़ भूखंड पर इनके लिए प्रस्तावित आवासों को मंजूर किया जाए। एनटीसी मिल की जमीन पर मिल मजदूरों के लिए आवास निर्माण किया जाए।