ज्योतिका शाही सक्सेना को Honorary of Doctorate में गोल्ड मेडल, बढ़ाया अपने शहर का मान, परिवार में ख़ुशी की लहर

लखनऊ, युवाओं की प्रेरणास्त्रोत, बेहद होनहार लखनऊ की बेटी ज्योतिका शाही सक्सेना ने साहित्य में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने पर Honorary of Doctorate में गोल्ड मेडल प्राप्त कर बढ़ाया अपने शहर का मान, परिवार में ख़ुशी की लहर हैं । बेहद कम उम्र में ही पूरे देश एवं विदेश में अपनी रचनाओं से एक अलग पहचान बना चुकी डॉ ज्योतिका आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। अपनी रचनाओं के माध्यम से उन्होंने छोटे एवं बड़े सभी के बीच अपनी एक विशेष पहचान बनाई है। वे अपने स्कूल समय से ही बहुत होनहार छात्रा रही हैं और बेहद गर्व की अनुभूति होती है कि उनकी रचनायें आज देश एवं विदेश सभी जगह पसंद की जा रही हैं ।
ज्योतिका जी ने साबित कर दिया कि कोई भी कार्य यदि सच्ची निष्ठा, लगन एवं पूर्ण ईमानदारी से किया जाए तो सफलता अवश्य प्राप्त होती है, बशर्ते आप मैदान में डटे रहिये, जब तक आप मैदान में हैं, आप हँस लीजिये, रो लीजिये लेकिन कदम पीछे मत किजिये और जीवन में कभी भी प्रयास करना मत छोड़िये क्योंकि आज यदि आपके जीवन में अँधेरा है तो कल उजाला भी अवश्य ही आएगा ।

आपको बता दें डॉ ज्योतिका के लेख,कहानी, कविता, गीत प्रतिदिन देश के हर कोने से प्रकाशित होते हैं, जिन्हें पाठकों द्वारा बहुत पसंद किया जाता है , इन्हें कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है। आज देश के युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं ज्योतिका।
ज्योतिका जी की इस उपलब्धि पर उनके पिता श्री विजय प्रकाश सक्सेना एवं माँ मोहिनी सक्सेना एवं बहन योगिता सक्सेना बेहद ख़ुश हैं । उनके द्वारा अपनी बेटी को आशीर्वाद दिया गया एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की । इसी क्रम में देश – विदेश से शुभचिंतकों द्वारा ज्योतिका को निरंतर शुभकामनायें व बधाई संदेश प्राप्त हो रहे हैं जो कि अपने आप में बहुत ही गर्व की बात है।