शर्म, हिम्मत हो तो विधायक पद से इस्तीफा देकर चुनाव का करो सामना! – आदित्य ठाकरे

मुंबई, `अलगाववादी, गद्दार कैसे होते हैं…यहां से सूरत, गुवाहाटी, झाड़ी, गोवा और फिर सुबह छह बजे सभी ओके। बगावत गलत बातों के खिलाफ होती है। यहां कुछ कारण न होते हुए भी कोई भी कारण दिया जा रहा है। अपनी दानवी महत्वाकांक्षाओं को देखते हुए यह गद्दारी की गई।’
थोड़ी भी शर्म होगी, जिगर में हिम्मत होगी तो विधायक पद से इस्तीफा देकर चुनाव का सामना करो, ऐसी चुनौती शिवसेना नेता, युवासेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे ने कल बागी विधायकों को दी है। राजनीति कम किया, यही मुझसे गलती हुई, यह कहते हुए उन्होंने संकल्प लिया कि राजनीति में अच्छे भी लोगों का स्थान होता है, यह मैं दिखाकर रहूंगा। शिवसेना नेता, युवासेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे ने कल ‘निष्ठा’ यात्रा के तहत बोरीवली, दहिसर और मागाठाणे की शिवसेना शाखाओं का दौरा कर शिवसैनिकों से संवाद स्थापित किया। ‘बागियों ने अपनी दानवी महत्वाकांक्षाओं के लिए उद्धव साहेब की बीमारी का दुरुपयोग किया। इन लोगों ने दिखा दिया कि अच्छे लोगों का राजनीति में कोई स्थान नहीं है’, ऐसा आदित्य ठाकरे ने तंज भी कसा। ‘उद्धव ठाकरे की सर्जरी हुई थी, उस समय आपने विधायकों को इकट्ठा करना शुरू किया था और उनके कोरोना संक्रमित होने पर आप छोड़ कर चले गए’, ऐसा निशाना भी उन्होंने बागियों पर साधा।
नहीं टिक सके हैं
शिवसेना से जिसने भी बगावत की वे कभी भी नहीं टिक सके हैं, इस तरह के इतिहास की याद आदित्य ठाकरे ने इस दौरान दिलाई। १५ साल पहले हम खुद ऐसे बागियों को देख चुके हैं। यह बगावत जिसने की वे कहां हैं, यह सभी को मालूम है, ऐसा उन्होंने कहा।
इस ‘निष्ठा यात्रा’ में युवासेना सचिव वरुण सरदेसाई, शिवसेना विभागप्रमुख व विधायक विलास पोतनीस, म्हाडा के सभापति विनोद घोसालकर, विभागप्रमुख सुधाकर सुर्वे, महिला विभाग संगठक मनाली चौकीदार, पूर्व नगरसेविका शुभदा गुढेकर, विधानसभा संगठक संतोष धनावडे, संतोष राणे, उपविभागप्रमुख राजन निकम, राजू खान, उदय रुधानी, आकांक्षा नागम, सुवर्णा प्रसादे, सायली सुखदरे, शाखाप्रमुख शाम मोरे, अनंत नागम, मनोज मोहिते, भास्कर मोरे, निखिल गुढेकर, सुनील राणे, सुषमा कदम, प्रतिभा वाडेकर, कला पानगले, रेखा कदम, शिल्पा गुरव तथा संजना गीध आदि उपस्थित थे।