धोखाधड़ी के मामलों में तेजी, डेढ़ महीने में करीब ३,१२५ मिली शिकायत

मुंबई, देश में जैसे-जैसे डिजिटलाइजेशन बढ़ा है वैसे-वैसे सायबर अपराध के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। आजकल लोग कैश ट्रांजेक्शन करने की बजाय नेट बैंकिंग, यूपीआई पेमेंट, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड आदि के जरिए पेमेंट करना पसंद करते हैं। ऐसे में बैंकिंग सेवाओं के ऑनलाइन विस्तार से धोखाधड़ी के मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है, जिसे देखते हुए मुंबई सायबर सेल ने कॉल १९३० सेवा की शुरुआत की है। इस सेवा के शुरू होते ही महाराष्ट्र, गोवा से करीब ३,१२५ शिकायतें मिली हैं। पिछले ४५ दिनों में ५७५ एफआईआर दर्ज की गई, जबकि सायबर जालसाजी के शिकार हुए पीड़ितों को करीब ११ लाख रुपए लौटाए गए।
राज्य में सबसे ज्यादा सायबर जालसाजी मोबाइल ऐप के माध्यम से तत्काल कर्ज के नाम पर किया जा रहा है। कंपनी के वसूली एजेंट बकाया से ज्यादा रकम, ब्लैकमेल, धमकी और सोशल मीडिया पर अश्लील फोटो वायरल करके दोगुना रकम वसूल रहे हैं। वसूली एजेंट की प्रताड़ना से तंग आकर कई लोग आत्महत्या कर लेते हैं। सायबर जालसाज इन दिनों बिजली बिल के नाम से भी ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस ने गूगल प्ले स्टोर से करीब १०३ ऐप को ब्लॉक किया है। इसके अलावा करीब २०० से ज्यादा मोबाइल नंबर पर कार्रवाई की गई है। मोबाइल्स को जालसाज ठगी की वारदात में उपयोग करते थे। हालांकि सायबर पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने का आह्वान किया है।
डीसीपी हेमराज राजपूत के मुताबिक पांच जोन में यह सेवा कार्य जारी है। इसमें दो अधिकारी और आठ पुलिस कर्मचारी काम करते हैं। हालांकि इस सेवा को २४ घंटे करने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक सायबर जालसाजों से पुलिस ने ११ लाख से ज्यादा रकम जप्त करके पीड़ितों को वापस किए हैं। यह सेवा सुबह ९ बजे से शाम पांच बजे तक उपलब्ध रहती है। इसके तहत मुंबई में करीब १,४३३ शिकायत दर्ज की गई है, जबकि राज्य के विभिन्न भागों से १,३६२ और गोवा से ३३० कॉल दर्ज किए गए।