एकनाथ शिंदे ने दी उद्धव ठाकरे को राहत! शिवाजी पार्क के सुप्रीम कोर्ट नहीं जायेगा बागी गुट

मुंबई: शिवसेना की दशहरा रैली के लिए उद्धव ठाकरे और बागी एकनाथ शिंदे गुट के बीच चल रही लड़ाई में उद्धव ठाकरे को हाईकोर्ट से मिली जीत के खिलाफ शिंदे गुट सुप्रीम कोर्ट नहीं जाएगा। यह बात शिंदे गुट के मुख्य प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कही। केसरकर ने कहा कि हमारे लिए यह मायने नहीं रखता की दशहरा रैली कहां हो रही है। अगर हमें शिवाजी पार्क ही चाहिए होता तो हम अपने मंत्रियों के दम पर उसे पा लेते, लेकिन हाईकोर्ट ने इस बात पर फैसला दिया है कि पहले किसने आवेदन किया था। इसलिए अब हमारे लिए यह विषय यहीं समाप्त हो गया है। वहीं शिंदे गुट के एक और मंत्री दादा भूसे ने कहा है कि बीकेसी का मैदान शिवाजी पार्क से बड़ा है और हम अपनी दशहरा रैली में उद्धव गुट से 3 गुना ज्यादा लोगों को जमा करेंगे।
इधर हाई कोर्ट द्वारा शिवसेना को शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित किए जाने की अनुमति दिए जाने के फैसले से शिवसैनिकों में जबरदस्त उत्साह है। शिवसैनिकों ने अभी से शिवाजी पार्क की रैली में जमा होने की तैयारी शुरू कर दी है। शिवसेना के नेताओं का कहना है कि शिवसेना की दशहरा रैली नैसर्गिक रैली होती है, इसलिए उन्हें कार्यकर्ताओं के लिए लाने ले जाने हेतु बसों की व्यवस्था नहीं करनी पड़ती। उन्हें अपने शिवसैनिकों के लिए खाने-पीने का इंतजाम नहीं करना पड़ता। शिवसैनिक घर से खाना खाकर निकलते हैं और लौटते वक्त का खाना अपने साथ बांध कर लाते हैं। शिवसेना के नेता और विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता अंबादास दानवे ने कहा कि शिवसैनिक ऐसे प्रलोभनों से नहीं ललचाता। बसों और खाने पीने की व्यवस्था उन्हें करनी पड़ती है जो किराए की भीड़ जमा करते हैं।
इधर यह भी खबर है कि अमरावती में उत्साही शिवसैनिकों ने शिंदे गुट के विधायक संजय बांगर की कार पर रविवार की रात को हमला कर दिया। बांगर अपने परिवार के साथ एक मठ में दर्शन करने के लिए गए थे। वहां से लौटते वक्त शिवसैनिकों के एक जत्थे ने ’50 खोखे एकदम ओके’ के नारे लगाते हुए उनकी कार पर मुक्के मारे। हालांकि तब बांगर अपनी कार से नहीं उतरे और उनकी कार तेजी से निकल गई लेकिन उसके बाद बांगर ने चेतावनी दी है कि अगर हिम्मत है तो जगह और समय तय करो वहां आकर शिवसैनिकों का मुकाबला करेंगे।