ईडी सरकार जानबूझकर टाल रही है मनपा चुनाव! – अजीत पवार

मुंबई, राज्य की ‘ईडी’ सरकार मुंबई मनपा सहित राज्य की सभी महापालिकाओं और जिला परिषदों के चुनाव जानबूझकर टाल रही है। इन चुनावों के टालने का कोई कारण नहीं दिखाई दे रहा है। यह बात नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने कही है। राज्य में मध्यावधि चुनाव की संभावना से इंकार करते हुए अजीत पवार ने कहा कि विधायकों को चुनाव खर्च उठाना भारी है।
हाल ही में पालक मंत्री चंद्रकांत पाटील ने विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि माता-पिता को गाली दी तो चलेगा, इस बयान का मतलब ‘विनाश काले विपरीत बुद्धि’ ऐसी टिप्पणी अजीत पवार ने पिंपरी में मीडिया से बात करते हुए की। उन्होंने कहा कि माता- पिता को गाली देना अपनी संस्कृति नहीं है। विधान सभा का मध्यावधि चुनाव के बारे पूछे गए सवाल पर पवार ने कहा कि दो वर्ष कोरोना में चला गया, अब धीरे-धीरे काम शुरू हुआ है, चुनाव में कितना खर्च लगता है, यह विधायकों को मालूम है। यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। अंधेरी विधान सभा का उपचुनाव घोषित किया जा रहा है, अवधि समाप्त हुए जिला परिषद, नगरपालिका, महापालिका का भी चुनाव कराना चाहिए लेकिन सरकार जानबूझकर चुनाव टाल रही है। ऐसा अजीत पवार ने कहा। चंद्रकांत पाटील के बयान पर पवार ने कहा कि किसी को भी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा अपमान करके बेरोजगारी और महंगाई जैसी समस्याओं का हल होगा क्या? पालक मंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह का बेतुका बयान देना गलत है। पाटील को उनकी इच्छा के अनुसार मंत्री पद नहीं दिया गया था, इसलिए वे नाराज हैं। इस कारण वे इस तरह के बयान दे रहे हैं। ऐसी टिप्पणी भी पवार ने की। भाजपा के १०५ विधायक चुनकर आने के बाद भी भाजपा ने सरकार नहीं बनाई और बाद में अनैतिक तरीकों से सरकार बनाने की कोशिश कर रही थी। महाविकास आघाडी सरकार गिराने के लिए बड़ी शक्ति कार्यरत थी। वो शक्ति साथ थी, इसलिए शिंदे ने इतनी बड़ी हिम्मत की। ऐसा अजीत पवार ने कहा।
शरद पवार के घर पर हमला करनेवाले एसटी कामगारों के निलंबन वापस लेने के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल जवाब में पवार ने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार से दूसरी अपेक्षा कर सकते हैं क्या? नासिक बस दुर्घटना में मरनेवाले परिवार वालों को पांच लाख रुपए की मदद मुख्यमंत्री ने घोषित की। यह मदद अत्यंत कम है, दही-हंडी के गोविंदा को १० लाख की मदद जाती है। मदद देने में भेदभाव मत करो, नासिक दुर्घटना में शिकार हुए निष्पाप नागरिकों का कोई दोष नहीं है, ऐसा अजीत पवार ने कहा।