डीजल चोरी करनेवाले ठेकेदार और जेसीबी ड्राइवर गिरफ्तार

मुंबई, पश्चिम रेलवे के दादर रेल पथ के एक अधिकारी के साथ मिलकर डीजल चोरी करनेवाले ठेकेदार और एक जेसीबी ड्राइवर को अंधेरी आरपीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से बरामद मोबाइल की जांच में दादर रेल पथ के अधिकारी द्वारा मुनाफे के लिए रेलवे का डीजल आधे दाम पर बेचने का खेल किए जाने का खुलासा हुआ है। इसके साथ ही आरोपी ने अपने बयान में भी इसका खुलासा किया है। रेल अधिकारी के इसमें शामिल होने से डीजल चोरी का मामला अब गंभीर हो गया है। इसको लेकर आरपीएफ ने अपनी जांच तेज कर दी है। हालांकि रेलवे की तरफ से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पश्चिम रेलवे आरपीएफ क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग रेलवे के डीजल की चोरी कर उसका इस्तेमाल जेसीबी में कर रहे हैं। इस जानकारी के आधार पर मंगलवार को जोगेश्वरी एटी राम मंदिर स्टेशन ब्रिज के नीचे डीजल से भरा चार ड्रम बरामद किया गया। अधिक जांच में पाया गया कि जेसीबी मालिक ने रेलवे ठेकेदार से यह डीजल खरीदा है। इसके बाद अंधेरी आरपीएफ में शिकायत दर्ज कर जेसीबी मालिक और ठेकेदार को गिरफ्तार कर ८०० लीटर डीजल बरामद किया था।
आरपीएफ ने जेसीबी मालिक और रेलवे ठेकेदार का मोबाइल जप्त करके जांच शुरू की, जिसमें जेसीबी मालिक और ठेकेदार के कई व्हाट्सऐप चैट मिले। उस चैट से खुलासा हुआ कि ठेकेदार द्वारा बाजार भाव से कम कीमत पर डीजल बेचा गया है। इसके साथ ही ठेकेदार के मोबाइल में एक रेलवे अधिकारी के साथ किए गए चैट में डीजल की लेन-देन की बात की गई है।
गिरफ्तार रेलवे ठेकदार ने आरपीएफ को दिए बयान में खुलासा किया है कि वह २०१८ से रेलवे का ठेका ले रहा है। उसके ७२ पंप का रेलवे में कॉन्ट्रैक्ट है। ये पंप चर्चगेट से बोरीवली के बीच कार्यरत हैं। उक्त पंप बारिश के पानी को निकालने हेतु रेलवे प्रशासन द्वारा कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। यह पंप को चलाने हेतु दादर रेल पथ के अधिकारी से दादर स्टोर से कम भाव में अपने आर्थिक लाभ हेतु लिया है। इसका भुगतान दादर रेलवे अधिकारी को नकद में किया गया है। इस मामले में आरपीएफ की तरफ से संबंधित रेलवे अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने हेतु रेल प्रशासन को सूचित किए जाने की जानकारी सूत्रों से मिली है। इस संदर्भ में पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर को फोन करके प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।