सायबर अपराधी एक बार फिर सुर्खियों में

मुंबई, सायबर क्राइम को लेकर देशभर में कुख्यात जामताड़ा के सायबर अपराधी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। अपराध के नए तरीकों को लेकर जामताड़ा सायबर अपराध के क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। खबर के मुताबिक जामताड़ा के शातिर अपराधियों ने अपनी कला को आगे बढ़ाने के लिए सायबर सेंधमारी की पाठशाला शुरू की है, जिसमें बड़ी आसानी से बैंक, मोबाइल वॉलेट और टेलीकॉम कंपनियों के पैसे उड़ाने के गुर सिखाए जा रहे हैं। इसका खुलासा तीन आरोपियों की जांच में गुजरात पुलिस ने किया है। देश में जब से कोरोना महामारी ने दस्‍तक दी है, उसी समय से ज्यादातर काम डिजिटाइजेशन हो गया है। दूध-दही और सब्जी से लेकर शिक्षा तक सब कुछ ऑनलाइन। स्कूल -कॉलेज से लेकर कोचिंग तक हर संस्थान महज छह इंच के स्मार्टफोन तक सिमट कर रह गए हैं। हालांकि स्कूल और कॉलेजों पर भी अब ऐसे में सायबर ठगी का खतरा भी दिन पर दिन और गहराता जा रहा है। कहीं ऑनलाइन कोर्स की बिक्री तो कहीं फ्री क्लासेज के नाम पर सायबर ठग छात्रों को झांसे में लेकर फ्रॉड कर रहे हैं। जहां एक ओर देश में डिजिटाइजेशन को एक नई क्रांति के रूप में देखा जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर इसका इस्तेमाल अपराधों को बढ़ावा देने में भी बखूबी किया जा रहा है। जामताड़ा और मेवात गिरोह इसकी जीती जागती मिसाल पेश कर रहे हैं। जामताड़ा और मेवात गिरोह के दिग्गज अब अपनी विरासत को जीवित रखने के लिए अगली पीढ़ी को जालसाजी की ट्रेनिग दे रहे हैं।
गुजरात पुलिस सूत्रों के मुताबिक तीन आरोपियों ने जामताड़ा से सायबर वारदात को अंजाम देने के लिए ट्रेनिग ली थी। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गिरोह के दिग्गज सदस्य अपना नाम और दबदबा कायम रखने के लिए सिम क्लोनिंग, बैंक धोखाधड़ी और सेक्सटॉर्शन तकनीकों में इच्छुक जालसाजों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। इसके अलावा पोर्न वीडियो देखनेवाले सहित अच्छे करियर की तलाश करनेवाले लोगों ठगने के लिए ऐप बनाने जैसे गुर सिखाए जा रहे हैं। वे बेरोजगार युवाओं तक पहुंचने के लिए बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया ग्रुप्स, मुख्य रूप से टेलीग्राम पर वीडियो शेयर कर रहे हैं। यह पैंतरा उन युवाओं पर आजमाया जा रहा है, जो एक अच्छी नौकरी की तलाश करते हैं। शातिर सायबर अपराधी अपराध को अंजाम देने की बारीकियां सिखाने के अलावा ये अनुभवी धोखेबाज लॉजिस्टिक सपोर्ट में भी खासा मदद करते हैं। सायबर पुलिस भी इन धोखेबाजों की हर गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए है।