कोस्टल रोड परियोजना में आपात स्थितियों के लिए ११ आपातकालीन टनल का निर्माण

मुंबई, शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की महानगरपालिका के माध्यम से बननेवाली महत्वाकांक्षी कोस्टल रोड परियोजना में आपात स्थितियों के लिए ११ आपातकालीन टनल का निर्माण किया जा रहा है। न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग तकनीक का उपयोग करके वर्तमान में बनाई जा रही दो सुरंगों का काम प्रगति पर है। यदि कोई भी आपात स्थिति पैदा होती है तो यात्रियों और वाहनों को सुरक्षित रूप से निकालने में ये टनल सक्षम होंगी। इन सुरंगों को नियंत्रण कक्ष, स्वचालित नियंत्रण और पुलिस जैसी सुरक्षा प्रणालियों से जोड़ा जाएगा।
मुंबई में यातायात की भीड़ को कम करने के लिए प्रियदर्शनी पार्क और वर्ली सी-लिंक के बीच १०.५८ किलोमीटर के कोस्टल रोड का निर्माण किया जा रहा है। इस काम में दो विशाल सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। पहले चरण में चार मंजिला इमारत की ऊंचाईवाले २.०७२ किमी सुरंग को खोदने का ‘मावला’ ने १० जनवरी २०२२ को पूरा कर लिया, जबकि ६०० मीटर लंबी दूसरी सुंरग का काम जारी है। मनपा की अपर आयुक्त अश्विनी भिड़े के मार्गदर्शन में परियोजना का कार्य तेजी से चल रहा है। परियोजना में सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। इस बीच परियोजना में रेक्लेमेशन का ९७ प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। साथ ही कुल काम का ५६ प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस परियोजना के दिसंबर २०२३ तक पूरा होने की उम्मीद है।
प्रियदर्शनी पार्क से गिरगांव चौपाटी तक दो किमी लंबी दोनों सुरंगों में तीन-तीन लेन होंगी। सुरंगों का निर्माण जमीन से १० से ७० मीटर नीचे किया जा रहा है इसलिए दोनों सुरंगों को आपात स्थिति में सुरक्षा के लिए ११ स्थानों पर छोटी सुरंगों के माध्यम से आपस में जोड़ा जाएगा। इन सभी छोटे टनल की चौड़ाई ६.५ मीटर और ऊंचाई ५.५ मीटर होगी। सात टनल यात्रियों के लिए और चार टलन वाहनों के लिए रहेंगे। इन सुरंगों के लिए स्वचालित यंत्रणा और प्रियदर्शनी पार्क, हाजी अली और वर्ली सी फेस पर कंट्रोल रूम तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा सुरंगों में वेंटिलेशन के लिए ‘सकार्डो’ सिस्टम लगाया जाएगा। इससे आपात स्थिति में मनपा नियंत्रण कक्ष, पुलिस, यातायात पुलिस, दमकल विभाग को तत्काल संदेश जाएगा। देश में यह पहला प्रयोग है।