मुंबई में छठ पूजा मनाने को लेकर सियासी दलों में मची होड़, घाटकोपर में BJP और कांग्रेस-NCP आमने-सामने

मुम्बई, छठ पूजा को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों द्वारा इस वर्ष तैयारियां बड़े पैमाने पर की जा रही है।इसका बड़ा कारण है आगामी कुछ महीने में होने वाले बीएमसी के चुनाव। अकेले मुम्बई में करीब 7 से 8 लाख बिहारी वोटर रहते हैं और अगर इसमें उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल के जिलों के लोगो की संख्या जोड़ दी जाए तो यह आंकड़ा 20 से 25 लाख के पार चला जाता है। पूर्वांचल में जिन जिलों के लोग छठ पूजा मनाते है उसमें गाजीपुर,देवरिया,गोरखपुर,वाराणसी,मिर्जापुर,चंदौली,बांदा,हरिहर गंज,और रोहतास-सासाराम से सटे यूपी के बॉर्डर एरिया के लोग है। इसके अलावा बड़ी संख्या में हिंदी भाषी समाज भी जूहू चौपाटी,मढ आई लेंड,गोराई, पवई और छठपूजा आयोजन स्थलों पर जाकर सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते है
अकेले मुम्बई की 227 सीटों में से 50 से ज्यादा सीटें ऐसी है जहां हिंदी भाषियों का वर्चस्व है। इसमें अगर वसई-विरार-नालासोपारा, ठाणे, नवी मुंबई,उल्हासनगर, जोड़ दिया जाए तो इसकी संख्या 100 सीटों के पार चली जाती है।इन सभी महानगरपालिकाओ में कॉर्पोरेशन के चुनाव होने हैं। यही कारण है कि इस साल भारतीय जनता पार्टी ने ‘छठ -पूजा उत्सव’ को बड़े पैमाने पर मनाने का निर्णय लिया है।
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने अब तक अपने मंत्रालय में 2 बार छठ पूजा आयोजकों के साथ बैठक की है और राज्य सरकार द्वारा जगह की तुरंत मंजूरी, छठ व्रतियों के लिए रातभर रुकने की व्यवस्था करवाने, पानी, बिजली, पुलिस-प्रशासनिक व्यवस्था देने का आश्वासन भी दिया है ।हर साल जूहू चौपाटी पर उत्तर भारतीय और बिहार के लोक कलाकारों का छठ की शाम से अगले दिन सुबह अर्घ्य देने तक कई सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम होते हैं। जूहू चौपाटी पर अब तक बीजेपी,कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कुल 3 पंडाल लगते थे। लेकिन इस साल जूहू बीच पर कुल 5 पंडाल लगेंगे जिसमें 3 बीजेपी के होंगे।
इसके अलावा जहां-जहां बीजेपी के सांसद और विधायक हैं वहां ,उस इलाके में रहने वाले बिहारी और पूर्वांचली छठ व्रतियों के लिए अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देने और अगले दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए विशेष व्यवस्था करने का आदेश पार्टी हाई कमान से जारी हुआ है। मामला चूंकि वोट से जुड़ा हुआ है यही कारण है कि अब छठ के आयोजन स्थल को लेकर कांग्रेस और एनसीपी बनाम बीजेपी की लड़ाई शुरू हो गई है।
मुम्बई के घाटकोपर के आचार्य अत्रे मैदान में छठ पूजा आयोजित करने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस-एनसीपी नेता आमने-सामने आ गए हैं। दोनों पक्ष दावा कर रहे है कि वह इस मैदान में बरसों से छठ पूजा करते आ रहे हैं और इस साल उनका हक बनता है। बीएमसी प्रशासन ने दोनों पार्टियों के झगड़े को देखते हुए अब तक किसी को मंजूरी नही दी है और ये मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है। इस मैदान में कौन सी पार्टी छठ पूजा करेगी इसको लेकर 25 अक्टूबर को सुनवाई होगी।बीजेपी नेता और प्रवक्ता भालचंद्र शिरसाट ने आरोप लगाया है कि एनसीपी की मुम्बई की नेता राखी जाधव धार्मिक मुद्दे पर राजनीति कर रही है जबकि राखी जाधव का आरोप है कि बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और मैदान हथियाने के लिए पुलिस-प्रशासन से जोर जबरदस्ती करवा रही है।