एजेंसियों को नहीं मिले लोकल के ड्रम से टकराने के सबूत

मुंबई, फास्ट कॉरिडोर पर लोहे का ड्रम रखकर लोकल को डिरेल करने का खुलासा मध्य रेलवे ने पिछले दिनों किया था। इसके पीछे किसी खुराफाती साजिश की बात सामने आई थी। ये घटना मध्य रेलवे के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से भायखला स्टेशन के बीच किमी नंबर २/४३५ के पास घटी थी। रेलवे की जांच एजेंसियां (आरपीएफ-जीआरपी) इस मामले की जांच गंभीरता से कर रही है। मोटरमैन द्वारा दिए गए बयान के आधार पर भी जांच जारी है लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को अब तक ऐसे कोई भी सबूत नहीं मिले हैं, जो लोकल ट्रेन के मोटरमैन शर्मा के दावों को पुख्ता बता सके। जांच एजेंसियां अभी भी मोटरमैन के दावों को लेकर संभ्रम की स्थिति में हैं कि ये मामला हकीकत है या फिर फसाना कर केवल वाहवाही लूटने की चाल है।
जांच अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ समय से एक ट्रेंड रेलवे में चल गया है वाहवाही लूटने का और इस मामले में भी कुछ ये ही निकलकर अब तक सामने आया है। इस मामले की जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है की यदि इस मामले में कोई सबूत नहीं मिले तो लोकल ट्रेन के मोटरमैन को ये हीरोपंती भारी पड़ सकती है। क्योंकि जांच एजेंसियों को न तो लोकल के ड्रम से टकराने के और न ही ड्रम में पत्थर और गिट्टी रखे जाने के कोई सबूत मिले हैं। ऐसे में अब सवाल ये उठता है कि यदि मोटरमैन के दावों के आधार पर कोई सबूत नहीं मिले हैं तो आखिरकार इस साजिश के पीछे का खुराफाती कौन है?
बता दें कि इस मामले की जांच जीआरपी और आरपीएफ दोनों अपने – अपने एंगल से कर रही हैं। जांच कर रही दोनों एजेंसियों को अब तक कोई ऐसे सबूत नहीं मिले हैं, जो मोटरमैन के दावों को सही साबित कर सके। जांच कर रहे अधिकारियों की मानें तो जिस समय ये घटना सामने आई थी, उससे महज २-३ मिनट पहले ही एक लोकल ट्रेन उसी फास्ट ट्रैक से गुजरी थी ऐसे में महज कुछ मिनट में कोई कैसे पत्थर और गिट्टी से भरा ड्रम फास्ट ट्रैक पर रखकर जा सकता है। अधिकारी ने ये भी बताया कि फिलहाल हमनें अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। हम आस-पास के सीसीटीवी फुटेज जांच कर रहे हैं, ताकि ये पता चल जाए कि ड्रम ट्रैक पर किसी ने लाया या फिर पहले से ही ड्रम ट्रैक के बगल में पड़ा था। अधिकारी के अनुसार एक छोर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा चुके हैं अब दूसरे छोर के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही इस मामले का पर्दाफांस हो जाएगा कि असली खुराफाती कोई बाहरी है या फिर रेलवे का ही कर्मचारी है। फिलहाल भायखला आरपीएफ धारा १५४ के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच में जुटी हुई है।