`बदले की भावना से नहीं करनी चाहिए कार्रवाई’ : अजीत पवार

मुंबई, शिवसेना नेता और सांसद संजय राऊत की गिरफ्तारी की कार्रवाई के संदर्भ में प्रतिपक्ष के नेता अजीत पवार ने टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारियों को बदले की भावना से कार्रवाई नहीं करनी चाहिए क्योंकि सबका दिन बदलता रहता है। ये सारी चर्चाएं कई दिनों से चल रही थीं। कई लोगों को नोटिस मिली, कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। जांच एजेंसी को जांच का पूरा अधिकार है, लेकिन किसी भी नागरिक की जांच करते समय बदले की भावना से कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, ऐसा अजीत पवार ने कहा।
सांसद अरविंद सावंत का सवाल
शिवसेना नेता और सांसद संजय राऊत को तीन दिन की ईडी की कस्टडी मिलने के बाद शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने इस पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यदि संजय राऊत जांच में सहयोग कर रहे हैं तो तुम्हें कस्टडी क्यों चाहिए? अरविंद सावंत ने कहा कि राज्यपाल द्वारा किया गया वक्तव्य, जेपी नड्डा की प्रतिक्रिया और ईडी की कार्रवाई, यह एक-दूसरे के पूरक हैं। ईडी किस प्रकार का बर्ताव करती है, यह कल कोर्ट के ध्यान में आ गया। ईडी ने संजय राऊत के लिए आठ दिन की कस्टडी मांगी थी लेकिन कोर्ट ने तीन दिन की कस्टडी दी है। इसलिए थोड़ी-बहुत न्याय व्यवस्था इस देश में बची है, यह दिखाई दे रहा है। संजय राऊत पूरी तरह से जांच में सहयोग कर रहे हैं। तुम दिन भर क्या जांच करनी है करो, लेकिन इसके लिए कस्टडी क्यों चाहिए? अनेक लोगों को सालों साल कस्टडी में रखा जाता है, सुप्रीम कोर्ट ने इस संदर्भ में अपने मत से अवगत कराया है। इस एजेंसी के माध्यम से कानून का दुरुपयोग हो रहा है। यह स्पष्ट है। ऐसी प्रतिक्रिया अरविंद सावंत ने दी है। उन्होंने आगे कहा कि जे पी नड्डा ने जो बयान दिया है, यह देखा जाए तो ईडी की कार्रवाई उसी दिशा में होने का आभास होता है। राजनीतिक नेता को जिस प्रकार से दबाव डालकर फंसाया जा रहा है, सही मायने में तो राज्यपाल द्वारा किया गया वक्तव्य, जेपी नड्डा की प्रतिक्रिया और ईडी की कार्रवाई यह एक-दूसरे की पूरक दिखाई दे रही है, ऐसा सावंत ने कहा।