89 साल के बुजुर्ग ने पत्नी और बेटी का किया मर्डर, वजह सामने आने पर पुलिस रह गई सन्न

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. वहां पर 89 वर्षीय रिटायर्ड सैनिक ने अपनी बुजुर्ग पत्नी और बेटी की गला काटकर हत्या (Murder) कर दी.

मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. वहां पर 89 वर्षीय रिटायर्ड सैनिक ने अपनी बुजुर्ग पत्नी और बेटी की गला काटकर हत्या (Murder) कर दी. बाद में पूछताछ में आरोपी ने हत्या की जो वजह बताई, उसे जानकर लोगों में रोष के बजाय उसके प्रति करुणा भर गई.

पत्नी और बेटी का गला काटकर मर्डर
एशियानेट न्यूज के अनुसार, मुंबई के शेर-ए-पंजाब कॉलोनी की प्रेम संदेश सोसाइटी में 89 साल के पुरुषोत्तम सिंह गंढोक अपनी बुजुर्ग पत्नी और बेटी के साथ रहते थे. उन्होंने सोमवार रात अपनी पत्नी और बेटी की गला काटकर हत्या कर दी. इसके बाद बड़ी बेटी को उसके ससुराल में फोन करके घटना की जानकारी दी.

हत्या के बाद बड़ी बेटी को दी सूचना
बड़ी बेटी जब घर पहुंची तो बुजुर्ग ने दरवाजा नहीं खोला और कहा कि जब तक पुलिस नहीं आती, वह गेट नहीं खोलेगा. इसके बाद बेटी ने पुलिस को फोन किया. पुलिस (Mumbai Police) के आने के बाद आरोपी ने गेट खोला तो वह हैरान रह गई. अंदर बुजुर्ग ने अपनी पत्नी और बेटी की गला काटकर हत्या (Murder) कर दी थी. दोनों के शव घर में पड़े हुए थे.

पुलिस के आने पर खोला घर का गेट
आरोपी ने पुलिस (Mumbai Police) के सामने अपना जुर्म कबूल करते हुए कहा कि उसने ही ये दोनों मर्डर किए हैं और उसे इस पर कोई पछतावा नहीं है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी पुरुषोत्तम ने बताया कि उसकी पत्नी जसबीर कौर पिछले 10 साल से बीमारी थी और अक्सर बेड पर रहती थी. वहीं छोटी बेटी कमलजीत कौर मानसिक विक्षिप्त थी. खुद बुजुर्ग हो चुका पुरुषोत्तम दोनों की देखभाल में खुद को असहाय महसूस करने लगा था. खुद उसे भी कई बीमारियों ने घेर रखा था.
पत्नी और बेटी की बीमारी से था तंग
आरोपी के मुताबिक उसके मन में यह बात बार-बार घर कर रही थी कि अगर किसी दिन उसे कुछ हो गया तो उन दोनों का क्या होगा. उन्हें तो कोई पानी देने वाला भी नहीं होगा. इसलिए परेशान होकर उसने उन दोनों को मारने का फैसला किया ताकि वे तकलीफ भरी जिंदगी से छुटकारा पा सकें. आरोपी ने पुलिस ने पुलिस (Mumbai Police) से कहा, ‘मैंने उनको मारकर (Murder) कोई गलती नहीं की. मैंने जो किया वह सही किया क्योंकि मुझे जिंदा रखने से ज्यादा मारना सही लगा.’